कुछ नया और अलग करने की ख्वाहिश सबके मन में होती है। जब यह ख्वाहिश अपने व्यवसाय के ही किसी पहलू से जुडी हुई हो,तो बस सही समय और मौके की तलाश होती है। ऐसे ही सही मौके और समय का लाभ उठाते हुए कई अभिनेताओं ने अभिनय के साथ-साथ फिल्म निर्माण और निर्देशन की कमान संभाल ली। हालांकि, अजय देवगन और आमिर खान को छोड़ दें,तो अधिकांश अभिनेताओं ने निर्देशन से अधिक फिल्म निर्माण में रूचि दिखायी। इनमें अमिताभ बच्चन,शाहरुख़ खान,सलमान खान,रितेश देशमुख,जॉन अब्राहम जैसे कई और नाम शामिल हैं। महत्वाकांक्षी,साहसी और रचनाशील अभिनेत्रियां भी अभिनेताओं की तरह अभिनय के साथ-साथ फिल्म निर्माण के विभिन्न पहलुओं से जुड़ने के लिए आतुर रहती हैं। सही समय और मौका मिलते ही वे भी फिल्म निर्माण में अपनी किस्मत आजमाने से नहीं हिचकिचाती हैं।
साहसी कदम..
साहसी कदम..
अनुष्का शर्मा ने कमर कस ली है।.. और अब वे पूरी तरह फिल्म निर्माण के समर में कूद पड़ी हैं। अनुष्का लम्बे समय से अभिनय के अतिरिक्त कुछ नया और अलग करना चाहती थीं। ऐसे में,जब अनुष्का सही समय पर बेहतर मौका मिला,तो तुरंत उन्होंने फिल्म निर्माता बनने का निर्णय कर लिया। पिछले दिनों ही अनुष्का शर्मा ने नवदीप सिंह की नयी फिल्म 'एन एच 10' के निर्माण की कमान संभाली है। बेहद कम अन्तराल में अनुष्का शर्मा ने अभिनेत्री से फिल्म निर्माता बनने का साहसी सफ़र तय कर लिया है। अनुष्का शर्मा ने अपनी खुशी जताते हुए कहा कि,'मैं बेहद खुश हूं कि करियर की शुरुआत में ही मुझे निर्माता बनने का अवसर मिला है। अपने फिल्मी करियर में निर्माता के रूप में कदम बढ़ाने के लिए 'एनएच 10' से बेहतर फिल्म मुझे नहीं मिलती।' उल्लेखनीय है कि 'एनएच 10' यात्रा कथा और मारधाड़ वाली रोमांचक फिल्म है। 'एनएच 10' की शूटिंग दिल्ली और आस पास के इलाकों में शुरू हो चुकी है। फिल्म का प्रदर्शन इस वर्ष सितंबर में किया जाएगा। अनुष्का की केंद्रीय भूमिका वाली इस फिल्म के निर्देशक नवदीप सिंह होंगे।
अभिनय नहीं,तो निर्माण सही..
अभिनेत्री के रूप में अपने फ़िल्मी करियर से निराश दीया मिर्ज़ा ने जब फिल्म निर्माण करने का निर्णय लिया,तो उनके चेहरे की आकर्षक मुस्कान लौट आयी। दीया ने फिल्म निर्माता के रूप में अपनी दूसरी फिल्म के रूप में ' बॉबी जासूस' को चुना। विद्या बालन अभिनीत इस फिल्म के लिए दीया इतनी उत्साहित हैं कि इन दिनों उनके अधिकांश ट्वीट में सिर्फ 'बॉबी जासूस' और विद्या बालन का जिक्र होता है। बतौर निर्माता दीया की पहली फिल्म 'लव ब्रेकअप जिन्दगी' थी,जो बॉक्स ऑफिस पर कमाल नहीं कर पायी। गौरतलब है कि इस फिल्म का निर्माण दीया ने जाएद खान के साथ मिलकर किया था और उसमें उन्होंने अभिनय भी किया था। 'बॉबी जासूस' में दीया पूरी तरह फिल्म निर्माता की भूमिका निभा रही हैं। इस फिल्म में दीया ने अभिनय नहीं करने का फैसला किया है। दीया कहती हैं,'फिल्म के लिए विद्या बालन मेरी पहली पसंद थी। मैं इस फिल्म की स्क्रिप्ट को लेकर बेहद आश्वस्त हूं।' उधर पिछले दिनों अभिनय से दूरी कायम कर चुकी शिल्पा शेट्टी ने भी 'ढिस्क्याऊं' से फिल्म निर्माण में अपनी किस्मत आजमायी। उन्हें लगा था कि फिल्मों में अभिनय का मौका नहीं मिल रहा,ऐसे में..कहीं फिल्म निर्माण में उनकी किस्मत चमक जाए।.. पर अफ़सोस ऐसा नहीं हुआ और 'ढिस्क्याऊं' का बॉक्स ऑफिस पर बुरा हाल रहा। हालांकि, 'ढिस्क्याऊं' की असफलता के बाद भी शिल्पा ने फिल्म निर्माण में अपनी सक्रियता बरकरार रखने का आश्वासन दिया है।
अभिनेत्री के रूप में अपने फ़िल्मी करियर से निराश दीया मिर्ज़ा ने जब फिल्म निर्माण करने का निर्णय लिया,तो उनके चेहरे की आकर्षक मुस्कान लौट आयी। दीया ने फिल्म निर्माता के रूप में अपनी दूसरी फिल्म के रूप में ' बॉबी जासूस' को चुना। विद्या बालन अभिनीत इस फिल्म के लिए दीया इतनी उत्साहित हैं कि इन दिनों उनके अधिकांश ट्वीट में सिर्फ 'बॉबी जासूस' और विद्या बालन का जिक्र होता है। बतौर निर्माता दीया की पहली फिल्म 'लव ब्रेकअप जिन्दगी' थी,जो बॉक्स ऑफिस पर कमाल नहीं कर पायी। गौरतलब है कि इस फिल्म का निर्माण दीया ने जाएद खान के साथ मिलकर किया था और उसमें उन्होंने अभिनय भी किया था। 'बॉबी जासूस' में दीया पूरी तरह फिल्म निर्माता की भूमिका निभा रही हैं। इस फिल्म में दीया ने अभिनय नहीं करने का फैसला किया है। दीया कहती हैं,'फिल्म के लिए विद्या बालन मेरी पहली पसंद थी। मैं इस फिल्म की स्क्रिप्ट को लेकर बेहद आश्वस्त हूं।' उधर पिछले दिनों अभिनय से दूरी कायम कर चुकी शिल्पा शेट्टी ने भी 'ढिस्क्याऊं' से फिल्म निर्माण में अपनी किस्मत आजमायी। उन्हें लगा था कि फिल्मों में अभिनय का मौका नहीं मिल रहा,ऐसे में..कहीं फिल्म निर्माण में उनकी किस्मत चमक जाए।.. पर अफ़सोस ऐसा नहीं हुआ और 'ढिस्क्याऊं' का बॉक्स ऑफिस पर बुरा हाल रहा। हालांकि, 'ढिस्क्याऊं' की असफलता के बाद भी शिल्पा ने फिल्म निर्माण में अपनी सक्रियता बरकरार रखने का आश्वासन दिया है।
ताकि एक्टिंग करियर संवर जाए..
अपने एक्टिंग करियर को फिर से संवारने के उद्देश्य से प्रीति जिंटा ने फिल्म निर्माता बनने का निर्णय किया और 'इश्क इन पेरिस' बना डाली। प्रीति द्वारा निर्मित और अभिनीत 'इश्क इन पेरिस' असफल रही। प्रीति का एक्टिंग करियर तो नहीं संवर पाया,पर बतौर निर्मात्री हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में उनकी पहचान को नयी दिशा जरूर मिल गयी। उधर.. अमीषा पटेल ने भी अभिनेत्री के रूप में खुद को नए सिरे से स्थापित करने का निर्णय कर लिया है और इसी निर्णय के तहत वे अब फिल्म निर्माता बन चुकी हैं।'देसी मैजिक' से फिल्म निर्माण में कदम रख रहीं अमीषा कहती हैं,'हर कोई अपनी जिंदगी में ऐसे चरण से गुजरता है बदलाव निश्चित होता है। अगर आप नहीं बदलते तो आप समय के साथ नहीं चल पाते, अगर आप नयापन लाने की कोशिश नहीं करते, तब आप निष्क्रिय हो जाते हैं खास कर जब आप एक कलाकार हों।'देसी मैजिक' में अमीषा के साथ अभिनेता जायद खान और रणधीर कपूर नजर आएंगे।
अपने एक्टिंग करियर को फिर से संवारने के उद्देश्य से प्रीति जिंटा ने फिल्म निर्माता बनने का निर्णय किया और 'इश्क इन पेरिस' बना डाली। प्रीति द्वारा निर्मित और अभिनीत 'इश्क इन पेरिस' असफल रही। प्रीति का एक्टिंग करियर तो नहीं संवर पाया,पर बतौर निर्मात्री हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में उनकी पहचान को नयी दिशा जरूर मिल गयी। उधर.. अमीषा पटेल ने भी अभिनेत्री के रूप में खुद को नए सिरे से स्थापित करने का निर्णय कर लिया है और इसी निर्णय के तहत वे अब फिल्म निर्माता बन चुकी हैं।'देसी मैजिक' से फिल्म निर्माण में कदम रख रहीं अमीषा कहती हैं,'हर कोई अपनी जिंदगी में ऐसे चरण से गुजरता है बदलाव निश्चित होता है। अगर आप नहीं बदलते तो आप समय के साथ नहीं चल पाते, अगर आप नयापन लाने की कोशिश नहीं करते, तब आप निष्क्रिय हो जाते हैं खास कर जब आप एक कलाकार हों।'देसी मैजिक' में अमीषा के साथ अभिनेता जायद खान और रणधीर कपूर नजर आएंगे।
कुछ नया करने की चाहत में
ऐसा नहीं है कि असफल एक्टिंग करियर से निराश होकर ही अभिनेत्रियां फिल्म निर्माण की तरफ रुख करती हैं। 'दिल का रिश्ता ' से ऐश्वर्या राय ने तब फिल्म निर्माण में अपनी किस्मत आजमायी जब वे सफलता के शिखर पर थीं। जूही चावला ने भी सफलता के कई सोपान चढ़ने के बाद शाहरुख़ खान के साथ मिलकर फिल्म निर्माण की बागडोर संभाली। इसी सूची में अब कट्रीना कैफ का नाम भी जुड़ सकता है । खबर है कि कट्रीना भी अब फिल्म निर्माण करना चाहती हैं। कट्रीना की इच्छा महिला प्रधान फिल्म बनाने की है। कहा जा रहा है कि फिल्म निर्माता बनकर कट्रीना वैसी फ़िल्में बनाना चाहती हैं जिसमें वे अपने लिए प्रभावशाली केंद्रीय भूमिका की व्यवस्था कर सकें। वे हिंदी फिल्मों में बनी अपनी तथाकथित 'ग्लैमर की गुड़िया' की छवि को तोडना चाहती हैं इसलिए उन्होंने अपनी सशक्त भूमिका वाली फिल्म के निर्माण की योजना बनायीं है। कट्रीना कैफ के साथ-साथ 'क्वीन' को मिली सफलता और प्रशंसा से अभिभूत कंगना रनोट ने भी फिल्म निर्माण में अपनी इच्छा जतायी है। कंगना कहती हैं,'फिल्म निर्माण की तकनीक मुझे बेहद लुभाती है। मेरे लिए फिल्म निर्माण की प्रक्रिया ध्यान लगाने जैसी है। मैं इसे बेहद पसंद करती हूं।'
ऐसा नहीं है कि असफल एक्टिंग करियर से निराश होकर ही अभिनेत्रियां फिल्म निर्माण की तरफ रुख करती हैं। 'दिल का रिश्ता ' से ऐश्वर्या राय ने तब फिल्म निर्माण में अपनी किस्मत आजमायी जब वे सफलता के शिखर पर थीं। जूही चावला ने भी सफलता के कई सोपान चढ़ने के बाद शाहरुख़ खान के साथ मिलकर फिल्म निर्माण की बागडोर संभाली। इसी सूची में अब कट्रीना कैफ का नाम भी जुड़ सकता है । खबर है कि कट्रीना भी अब फिल्म निर्माण करना चाहती हैं। कट्रीना की इच्छा महिला प्रधान फिल्म बनाने की है। कहा जा रहा है कि फिल्म निर्माता बनकर कट्रीना वैसी फ़िल्में बनाना चाहती हैं जिसमें वे अपने लिए प्रभावशाली केंद्रीय भूमिका की व्यवस्था कर सकें। वे हिंदी फिल्मों में बनी अपनी तथाकथित 'ग्लैमर की गुड़िया' की छवि को तोडना चाहती हैं इसलिए उन्होंने अपनी सशक्त भूमिका वाली फिल्म के निर्माण की योजना बनायीं है। कट्रीना कैफ के साथ-साथ 'क्वीन' को मिली सफलता और प्रशंसा से अभिभूत कंगना रनोट ने भी फिल्म निर्माण में अपनी इच्छा जतायी है। कंगना कहती हैं,'फिल्म निर्माण की तकनीक मुझे बेहद लुभाती है। मेरे लिए फिल्म निर्माण की प्रक्रिया ध्यान लगाने जैसी है। मैं इसे बेहद पसंद करती हूं।'
फिल्म निर्माण में अभिनेत्रियों की बढ़ती सक्रियता पुरुष प्रधान हिंदी सिनेमा के लिए सकारात्मक और सुखद संकेत है।