Friday, August 2, 2013

सरल,सहज और शांत सुशांत

-सौम्या अपराजिता
छोटे शहर से छोटे पर्दे पर लोकप्रियता का परचम लहराने के बाद सुशांत सिंह राजपूत बड़े पर्दे पर उपलब्धियों का नया आसमान छू रहे हैं। पटना में पले-बढे सरल,सहज और शांत सुशांत इन दिनों हिंदी फिल्मों के दिग्गज निर्माता-निर्देशकों के आँखों का तारा बने हुए हैं। बेहद छोटे से अन्तराल में सुशांत कलाकार से स्टार बन गए हैं। 
दिल्ली से मुंबई का सफ़र …
 पटना में स्कूल की पढाई पूरी करने के बाद सुशांत सिंह राजपूत ने जब दिल्ली में इंजीनियरिंग की पढ़ाई शुरू की थी कि तब उन्होंने नहीं सोचा था कि कुछ ही दिनों में उनके जीवन को नयी दिशा मिलने वाली है। सुशांत बताते हैं,'दिल्ली में इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा था। फर्स्ट सेमेस्टर की परीक्षा देने के बाद मैंने शौकिया तौर पर श्यामक डावर का डांस ग्रुप ज्वॉइन किया। उनके साथ मैंने कई शो किए। आस्ट्रेलिया में कॉमनवेल्थ गेम के इवेंट में परफॉर्म किया। कुछ दिनों बाद श्यामक सर ने कहा,'तुम्हारे एक्सप्रेशन अच्छे हैं। तुम थिएटर क्यों नहीं ज्वॉइन करते हो? मैंने श्यामक सर की बात पर गौर किया और बैरी जॉन की एक्टिंग अकादमी ज्वॉइन कर ली। कुछ दिन दिल्ली में थिएटर करने के बाद मैंने मुंबई का रूख किया।'
छोटे पर्दे से जुड़ना
मुंबई आने के बाद सुशांत ने सबसे पहले रंगमंच को अपना ठिकाना बनाया। सुशांत जानकारी देते हैं,'नादिरा बब्बर के साथ थिएटर करने लगा। मुझे कुछ टीवी कमर्शियलों में अभिनय का मौका मिला। जूही बब्बर के साथ एक शो कर रहा था,तभी मुझे 'राज 2 के लिए मोहित सूरी को असिस्ट करने का मौका मिला। अभी 'राज 2 प्री प्रोडक्शन में ही थी कि मुझे बालाजी टेलीफिल्म्स की ओर से 'किस देश में है मेरा दिल' में प्रीत की भूमिका निभाने का ऑफर आया। मैंने ऑफर स्वीकार कर लिया और इस तरह छोटे पर्दे पर अभिनय के सफर की मेरी शुरूआत हो गयी।'
एकता का साथ
सुशांत सिंह के लिए यह बड़ी बात है कि छोटे पर्दे पर उनके एक्टिंग कैरियर की शुरूआत बालाजी टेलीफिल्म्स के बैनर तले बने धारावाहिकों से हुई है। सुशांत कहते हैं,'किस देश में निकला होगा चांद' के बाद जब मुझे बालाजी टेलीफिल्म्स की ओर से  'पवित्र रिश्ता' में मानव की भूमिका निभाने का प्रस्ताव आया तो मैंने इसे झट से स्वीकार कर लिया। मेरे लिए यह बढ़ा एचीवमेंट था। जब मैं स्कूल में था तब मेरी मां हर दिन 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' देखा करती थी। मां एकता कपूर के बारे में खूब बातें भी किया करती थी। मेरे मन में यही बात थी कि एकता कपूर ऐसी शख्सियत है जिसके हाथ जो भी लगता है वह सोना हो जाता है। मैं खुद को खुशनसीब समझता हूँ कि मुझे बैक-टू-बैक बालाजी टेलीफिल्म्स के दो धारावाहिकों में अभिनय का मौका मिला।'
'काय पो चे' का प्रस्ताव 
सुशांत का अचानक 'पवित्र रिश्ता' छोड़ने का निर्णय उनके प्रशंसकों के लिए निराशाजनक था।... पर सुशांत तो अपने प्रशंसकों को सरप्राइज देने की योजना बना रहे हैं। सुशांत कहते हैं,'पवित्र  रिश्ता' छोड़ा क्योंकि मैं विदेश जाकर फिल्मों की पढ़ाई करना चाहता था। सोचा था न्यूयॉर्क जाऊंगा। वहाँ फिल्म मेकिंग इंस्टीच्यूट ज्वॉइन करूंगा। वहाँ से फिल्म मेकिंग की बारीकियां सीखने के बाद असिस्टेंट डायरेक्टर के तौर पर काम करना शुरू करूंगा। … लेकिन ऐसा नहीं हो सका। पवित्र रिश्ता' और 'झलक दिख्रला जा' करने के बाद मुझे फिल्म के प्रस्ताव आने शुरू हो गए। मुझे मिले सात-आठ प्रस्तावों में से 'काई पो चे' एक था। जब मैंने इसकी कहानी पढ़ी ,मुझे यह पसंद आई। मैंने इसके लिए ऑडिशन दिया और मुझे यह भूमिका मिल गई। ' काय पो चे को मिली सफलता और प्रशंसा ने सुशांत को हिंदी फिल्मों का चमकता सितारा बना दिया है। अब उनकी गिनती भविष्य के संभावित सुपरस्टारों की सूची में हो रही है।
परिणीती के साथ 'शुद्ध देसी रोमांस'
बतौर एकल नायक सुशांत की पहली फिल्म है' शुद्ध देसी रोमांस'। यशराज फिल्म्स निर्मित इस फिल्म में सुशांत हिंदी फिल्मों में प्रचलित नायक की छवि के करीब नजर आएंगे। सुशांत 'शुद्ध देसी रोमांस' में अपनी पहली फिल्म से एकदम अलग और बोल्ड किरदार में नज़र आयेंगे। 'शुद्ध देसी रोमांस' जयपुर में रहने वाले तीन युवाओं के रिश्तों और प्रेम संबंधों के प्रति नज़रिए की कहानी है।
आमिर संग ' पीके'
आमिर खान के साथ 'पीके ' में सुशांत अभिनय का रंग भरते नजर आएंगे। गौरतलब है कि 'पीके ' में सुशांत की मेहमान भूमिका है।सुशांत ने यह फिल्म  सिर्फ निर्देशक राजकुमार हिरानी के कारण साइन की है क्योंकि उनकी दिली इच्छा थी कि वे उनके साथ काम करें। ऎसे में जब राजकुमार हिरानी ने इस भूमिका का प्रस्ताव उनके सामने रखा,तो उन्होंने सहर्षता के साथ इसे स्वीकार कर लिया। पीके में मेहमान भूमिका में नजर आने वाले सुशांत फिल्म की शुरूआत में दिखायी देंगे और उसके बाद वे फिल्म के अन्त में नजर आएंगे।
बनेंगे ब्योमकेश बक्शी
सुशांत सिंह राजपूत के अभिनय और व्यक्तित्व से प्रभावित होकर सम्मानित निर्देशक दिबाकर बनर्जी ने उन्हें ब्योमकेश बक्शी पर आधारित अपनी महत्वाकांक्षी फिल्मों की श्रंखला से जोड़ लिया है। दिबाकर कहते हैं,'सुशांत को सबसे पहले मैंने उनके सीरियल में नोटिस किया था । यह सभी मानेंगे कि सीरियल में  अच्छी एक्टिंग करना बहुत बड़ी बात है। क्योंकि आमतौर पर सीरियल में एक्टिंग करने का चांस बहुत कम मिलता है पर सुशांत सिंह ने उसमें भी कमाल का काम किया।जिसके लिए वे पूरे  भारत में प्रसिद्द है। उस पॉपुलैरिटी को छोड़कर अचानक उन्होंने फिल्मों में काम करना शुरू कर दिया। ...तो ये सुशांत की जो खासियत है वह ब्योमकेश से मिलती-जुलती है। 'सुशांत इस श्रृंखला की पहली फिल्म 'डिटेक्टिव ब्योमकेश बक्शी' में ब्योमकेश बक्शी की केंद्रीय भूमिका निभाने की जिम्मेदारियों में जुट गए हैं।
कटरीना के हीरो !
सुशांत सिंह राजपूत की हिंदी फिल्मों में बढती पैंठ का असर ही है कि कटरीना कैफ ने उनकी हिरोइन बनने की स्वीकृति दे दी है।खबरों की माने तो अभिषेक कपूर निर्मित "फितूर" में कटरीना और सुशांत की रोमांटिक जोड़ी दिख सकती है।सुशांत से सहमति मिलने के बाद चाल्र्स डिकेस के उपन्यास "द ग्रेट एसपेक्टेशन" पर आधारित फितूर के  लिये अभिषेक ने कैटरीना से बात की है। कटरीना को फिल्म की स्क्रिप्ट पसंद आयी है और उन्होंने फिल्म में काम करने की हांमी भर दी  है। चर्चा है कि संभवत: अभिषेक कपूर की इस फिल्म का निर्माण एकता कपूर कर सकती है। फिल्म की शूटिंग नवंबर मे शुरू की जा सकती है। हालांकि इस बारे मे अभी आधिकारिक पुष्टि नही की गई है।यदि कटरीना और सुशांत के साथ फितूर बनाने की अभिषेक कपूर की योजना कारगर होती है तो सुशांत के फ़िल्मी करियर को नयी ऊंचाइयां मिल सकती है।सिल्वर स्क्रीन पर शीर्ष अभिनेत्री की उपाधि से सम्मानित कटरीना का साथ सुशांत की लोकप्रियता का दायरा और भी बढ़ सकता है। 

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