Sunday, August 18, 2013

स्नेह-सम्बन्ध

-सौम्या अपराजिता
 फिल्मों की दुनिया में हर पल रिश्ते बनते-बिगड़ते रहते हैं। संबंधों के समीकरण बदलते रहते हैं। कोई किसी से नाराज होता है,तो कोई किसी को नाराज करने का कोई मौका नहीं छोड़ता। रिश्तों की इस बनती-बिगडती दुनिया में भाई-बहन का एक ऐसा रिश्ता भी है जो अटूट है। स्वार्थ और प्रतिस्पर्धा की होड़ में भी इस रिश्ते की गरिमा बनी हुई है। हिंदी फिल्मों के चमकते सितारों ने भाई-बहन के स्नेह सम्बन्ध की डोर की मजबूती बरकरार रखी है। वे एक-दूसरे के सुख-दुःख,सफलता-विफलता,खुशी-गम के राजदार हैं। फ़िल्मी दुनिया में सक्रिय भाई-बहनों पर एक नजर  ……


रणबीर कपूर-करीना कपूर
स्नेह-सम्बन्ध के धागे से जुड़े रणबीर कपूर और करीना कपूर अपने रिश्ते को लेकर ज्यादा मुखर नहीं है। हालांकि, दोनों एक-दूसरे का सम्मान करते हैं और एक-दूसरे के सफलता से उत्साहित होते हैं। करीना कहती हैं,'रणबीर की सक्सेस से मैं बेहद खुश हूं। मुझे लगता है रणबीर जल्द ही अवार्ड जीतने का मेरा और मेरे दादाजी का रिकॉर्ड तोड़ देगा।निश्चित तौर पर यह हमारे परिवार के लिए खुशी का एक बड़ा मौका होगा।' उधर रणबीर भी अपनी बहन की प्रशंसा कुछ यूं करते हैं,'करीना दी बहुत हिम्मती हैं।उन्होंने अपने करियर की शुरूआत में जोखिम भरे रोल किये हैं जिन्हें करना हर किसी के बस की बात नहीं होती है। उन्हें उनकी मेहनत का फल मिला।मुझे गर्व है कि मैं करीना कपूर का भाई हूं।'

सैफ अली खान-सोहा अली खान
सैफ अली खान अपनी छोटी बहन सोहा अली खान की हर ख़ुशी का ख्याल रखते हैं। वे सोहा के चेहरे पर मुस्कान लाने के लिए हर संभव प्रयास करते हैं। जब सैफ को लगा कि सोहा के प्रेमी कुनाल खेमू को अच्छी फिल्मों में अभिनय के अवसर की तलाश है,तो उन्होंने अपनी फिल्म 'गो गोवा गॉन' में उन्हें महत्वपूर्ण भूमिका सौंप दी। सैफ के इस कदम से सोहा बेहद खुश हुईं। सैफ के साथ अपने रिश्ते की बानगी पेश करते हुए सोहा कहती हैं,'मैं अपने भाई सैफ से नौ साल छोटी हूं और मैं उनका सम्मान करती हूं।मैंने कभी उनको लड़ने का मौका नहीं दिया। हम दोनों में बहस जरूर हो जाती है।'

फरहान अख्तर-जोया अख्तर
फरहान अख्तर और जोया अख्तर सिर्फ भाई-बहन नहीं,बल्कि अच्छे मित्र भी हैं। हमउम्र होने के कारण दोनों का रिश्ता बेहद गहरा है। दोनों एक-दूसरे की मदद के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। गौरतलब है कि जोया को अपनी फिल्म 'लक बाई चांस' में संघर्षरत अभिनेता की भूमिका निभाने के लिए कोई अभिनेता नहीं मिल रहा था। इसके लिए उन्होंने सैफ अली खान और विवेक ओबेरॉय को भी प्रस्ताव दिया,लेकिन उन्होंने इससे इनकार कर दिया। ऐसे में फरहान ने उस भूमिका को निभाने की जिम्मेदारी निभायी। जोया कहती हैं 'मैंने कई एक्टर को अपनी फिल्म के लिए अप्रोच किया, लेकिन उन्होंने इसके लिए इनकार कर दिया। मैं काफी परेशान हो गई थी कि इस फिल्म को बनाने में कामयाब हो पाऊंगी या नहीं। ऐसे में मेरे भाई फरहान ने मेरी मदद की और एक स्ट्रगलिंग हीरो का किरदार निभाने के लिए हामी भरी। मैं और फरहान एक-दूसरे के साथ विशवास के रिश्ते में बंधे हैं।'

हुमा कुरैशी-साकिब सलीम
हुमा कुरैशी और साकिब सलीम हिंदी फिल्मों में प्रवेश करने वाली भाई-बहन की नयी जोड़ी है। दोनों ने एक साथ ही हिंदी फिल्मों का सफ़र तय किया है। 'मेरे डैड की मारुति' में नायक की भूमिका निभा चुके साकिब खुश हैं कि उनकी बहन हुमा ने हिंदी फिल्मों में खुद को स्थापित कर लिया है। साकिब कहते हैं,'हुमा ने गैंग्स ऑफ वासेपुर' और 'लव शव ते चिकन खुराना' जैसी फिल्मों से इंडस्ट्री में अपनी पहचान बना ली है। मैं उनकी सफलता से खुश हूं क्योंकि मुझे पता है कि हम दोनों एक गैर फिल्मी पृष्ठभूमि से हैं। हमें जब भी अपने काम से फुर्सत मिलती हैं तब हम अपने काम के बारे में चर्चा करते हैं। हम मुंबई में एक साथ ही रहते हैं और एक-दूसरे की मदद करने के लिए हम दोनों हमेशा तैयार रहते हैं।'

सोनम कपूर-अर्जुन कपूर
सोनम कपूर और अर्जुन कपूर एक-दूसरे के प्रिय हैं। वे फुर्सत के पल साथ बिताते हैं,फिल्में देखते हैं और घंटों बातें करते हैं। अर्जुन के हिंदी फिल्मों में प्रवेश के दौरान सोनम ने उन्हें प्रोत्साहित किया। सोनम कहती हैं,'अर्जुन और मेरे जन्म में बस पंद्रह दिन का अंतर था। इसलिए मैं और अर्जुन बचपन से एक-दूसरे के बेहद करीब हैं। मैं अर्जुन से बेहद अटैच्ड हूं। अर्जुन बहुत अच्छा भाई है। वह मेरी बेहद परवाह करता है। जब भी मुझे कोई मुश्किल होती है मैं अर्जुन से बात करती हूं। मुझे किसी की कमी नहीं महसूस होती जब हर्षवर्धन(सोनम के भाई)और अर्जुन हमेशा मेरे साथ रहते हैं।'

एकता कपूर-तुषार कपूर
एकता कपूर ने बड़ी बहन के रूप में हर कदम पर अपने छोटे भाई का सहयोग और समर्थन किया है। वे हर कदम पर तुषार कपूर के साथ खड़ी रही हैं। असफलता के दौर में एकता ने तुषार के लिए फिल्में बनायी और उन्हें अपनी सफल फिल्मों में महत्वपूर्ण भूमिकाएं सौंपी। एकता के साथ अपने रिश्ते के बारे में तुषार बताते हैं, 'हम दोनों भाई-बहन कम और दोस्त ज्यादा हैं। वह उम्र में मुझसे एक साल बड़ी हैं, पर परिपक्वता के मामले में मैं उनसे ज्यादा मेच्योर हूं। वह मेरे विचारों का पूरा सम्मान करती हैं। मैं अंतर्मुखी हूं, पर वह बहिर्मुखी।'

एषा देओल-सनी देओल,बॉबी देओल,अभय देओल
अपनी छोटी बहन एषा देओल को लेकर सनी देओल और बॉबी देओल बेहद संवेदनशील हैं। दोनों अपनी छोटी बहन की खुशियों की परवाह करते हैं,पर अपने शर्मीले व्यक्तित्व के कारण व्यक्त नहीं कर पाते हैं। उम्र के कम फासले के कारण अभय देओल से एषा की ज्यादा बनती है। एषा कहती हैं,'अभय और मैं स्कूल के दिनों से एक-दूसरे के बेहद करीब हैं। हम दोनों तमाम व्यस्तता के बाद भी एक-दूसरे के संपर्क में रहते हैं।'

सोनाक्षी सिन्हा-लव सिन्हा,कुश सिन्हा
सोनाक्षी सिन्हा सफलता के सोपान चढ़ रही हैं,पर उन्होंने पाने दोनों भाइयों का दामन नहीं छोड़ा है। लव सिन्हा के असफल फिल्म डेब्यू के बाद सोनाक्षी ने अपने भाई के करियर को संवारने की जिम्मेदारी संभाल ली है। सोनाक्षी अपने दोनों भाइयों कुश सिन्हा और लव सिन्हा के साथ फिल्म निर्माण की योजना बना रही हैं जिसमें वे और लव अभिनय करेंगे और जिसे कुश निर्देशित करेंगे। अपने भाइयों के साथ स्नेह के अटूट रिश्ते में बंधी सोनाक्षी की सफलता से लव और कुश उत्साहित और गौरवान्वित हैं,तो सोनाक्षी भी सफलता और व्यस्तता के बाद भी अपने भाइयों के साथ खुशनुमा पल बीतना नहीं भूलतीं।

साजिद खान-फरहा खान
साजिद खान और फरहा खान के बीच दर्द का रिश्ता है। दोनों अतीत में बिताये गए दुःख के दिनों के साझेदार रहे है। यही वजह है कि दोनों के बीच का रिश्ता बेहद गहरा और अटूट है। फरहा कहती हैं,'हम दोनों एक-दूसरे के बेहद करीब हैं क्योंकि हमने दुःख के दिन साथ-साथ बिताए हैं।साजिद और मैं हम दोनों एक-दूसरे के जीवन का अहम् हिस्सा हैं। जब हम दोनों साथ रहते हैं तो हमें अपनी हर समस्या का हल मिल जाता है।'

1 comment:

  1. बहुत ही बढ़िया और मर्मस्पर्शी लेख, इसके लिए धन्यवाद्, भविष्य में भी ऐसे पोस्ट करते रहिये

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