-सौम्या अपराजिता
दीपिका पदुकोन की सफलता और लोकप्रियता का दीप चहुँ ओर अपनी रौशनी बिखेर रहा है। उनकी खूबसूरती के चर्चे तो हमेशा ही होते रहे हैं। अब तो, अजब सी अदाओं वाली इस हसीना के अभिनय का जादू भी चलने लगा है। प्रसंशकों की दुलारी इस अभिनेत्री के करिअर का सितारा इन दिनों बुलंदियों पर है। तभी तो, दीपिका इन दिनों अपनी सफलता और उपलब्धियों पर इतरा रही हैं। सच भी है .... गैर फ़िल्मी पृष्ठभूमि की होते हुए भी उन्होंने खुद को शीर्ष अभिनेत्रियों की सूची में शामिल किया है। यह उनके धैर्य और लगन का ही परिणाम है कि मौजूदा दौर की सबसे व्यस्त अभिनेत्री हैं दीपिका।
दीपिका की बातें उन्हीं के शब्दों में .......
बेहतरीन दौर
मौजूदा दौर में दीपिका हिंदी फिल्मों की शीर्ष अभिनेत्रियों की सूची में शुमार हैं। वे इस समय सबसे व्यस्त अभिनेत्री हैं। तेजी से सफलता की सीढियाँ चढ़ रही दीपिका कहती हैं,'अपने करीयर के बेहतरीन दौर से गुजर रही हूं। अच्छी फिल्मों में अच्छे डायरेक्टर के साथ काम करने का मौका मिल रहा है। मैं बेहद खुश हूँ। हर पल को एन्जॉय कर रही हूं। सिनेमा के लिहाज से साल 2012 मेरे लिए शानदार रहा है ।' कॉकटेल' में सबने मेरे अभिनय को सराहा।' रेस 2' से 2013 की भी बेहतरीन शुरुआत हो चुकी है। ये जवानी है दीवानी,राम लीला और चेन्नई एक्सप्रेस से भी अच्छी उम्मीद है।' दीपिका को पता है कि दर्शकों की उम्मीदें उनसे बढ़ गयी हैं। वह कहती हैं,'मुझे पता है कि लोगों की उम्मीदें मुझसे बढ़ गयी हैं,पर मैं नर्वस नहीं होती हूं। अपनी जिम्मेदारी का अहसास है मुझे,पर मैं उसे खुद पर हावी नहीं होने देती हूं। मेहनत और लगन से काम करती हूँ और अपने काम को एन्जॉय करती हूं।
अच्छा लगता है
दीपिका को गर्व है कि गैरफिल्मी पृष्ठभूमि की होने के बाद भी वे हिंदी फिल्मों में अपनी विशिष्ट पहचान बनाने में कामयाब हुई हैं। अपनी ख़ुशी बांटते हुए दीपिका कहती हैं,'अच्छा लगता है जब लोग कहते हैं कि तुम बिना किसी सपोर्ट के,बिना किसी गॉडफादर के यहाँ तक आई हो। यह बड़ी उपलब्धि लगती है। मैं अपनी फॅमिली और दोस्तों की शुक्रगुजार हूँ। उनके सपोर्ट से मुझे शक्ति मिलती है।फिल्म इंडस्ट्री ने भी मुझे खुले दिल से स्वीकार किया है।' दीपिका आगे कहती हैं,' मैंने सबसे कुछ न कुछ सीखा है। रणबीर,शाहरुख़ फराह और जौहर फिल्म इंडस्ट्री में मेरे सपोर्ट सिस्टम हैं।'
सहज और खुशमिजाज़
पिछले दिनों दीपिका को भारत की सबसे आकर्षक अभिनेत्री घोषित किया गया।,कटरीना करीना और प्रियंका चोपड़ा को पीछे छोड़ते हुए दीपिका ने पहला स्थान हासिल किया। इस उपलब्धि पर दीपिका खुश तो हैं,पर वे चाहती हैं कि उनके प्रसंशक सिर्फ उनकी बाहरी,खूबसूरती नहीं बल्कि उनके व्यक्तित्व की अच्छाइयों को भी-समझें-जानें। दीपिका कहती हैं,मैं आशा करती हूं कि मुझे यह ख़िताब मेरे काम और व्यक्तित्व के कारण मिला है न कि सिर्फ शारीरिक खूबसूरती के लिए। मुझे कहा गया है कि लोगों को मैं सहज और खुशमिजाज़ लगती हूं।मैं चाहती हूं कि लोग मेरे व्यक्तित्व को सिर्फ बाहरी खूबसूरती से ना आंकें । वे मेरे अंतर्मन की खूबसूरती को भी समझें।'
दीपिका पदुकोन की सफलता और लोकप्रियता का दीप चहुँ ओर अपनी रौशनी बिखेर रहा है। उनकी खूबसूरती के चर्चे तो हमेशा ही होते रहे हैं। अब तो, अजब सी अदाओं वाली इस हसीना के अभिनय का जादू भी चलने लगा है। प्रसंशकों की दुलारी इस अभिनेत्री के करिअर का सितारा इन दिनों बुलंदियों पर है। तभी तो, दीपिका इन दिनों अपनी सफलता और उपलब्धियों पर इतरा रही हैं। सच भी है .... गैर फ़िल्मी पृष्ठभूमि की होते हुए भी उन्होंने खुद को शीर्ष अभिनेत्रियों की सूची में शामिल किया है। यह उनके धैर्य और लगन का ही परिणाम है कि मौजूदा दौर की सबसे व्यस्त अभिनेत्री हैं दीपिका।
दीपिका की बातें उन्हीं के शब्दों में .......
बेहतरीन दौर
मौजूदा दौर में दीपिका हिंदी फिल्मों की शीर्ष अभिनेत्रियों की सूची में शुमार हैं। वे इस समय सबसे व्यस्त अभिनेत्री हैं। तेजी से सफलता की सीढियाँ चढ़ रही दीपिका कहती हैं,'अपने करीयर के बेहतरीन दौर से गुजर रही हूं। अच्छी फिल्मों में अच्छे डायरेक्टर के साथ काम करने का मौका मिल रहा है। मैं बेहद खुश हूँ। हर पल को एन्जॉय कर रही हूं। सिनेमा के लिहाज से साल 2012 मेरे लिए शानदार रहा है ।' कॉकटेल' में सबने मेरे अभिनय को सराहा।' रेस 2' से 2013 की भी बेहतरीन शुरुआत हो चुकी है। ये जवानी है दीवानी,राम लीला और चेन्नई एक्सप्रेस से भी अच्छी उम्मीद है।' दीपिका को पता है कि दर्शकों की उम्मीदें उनसे बढ़ गयी हैं। वह कहती हैं,'मुझे पता है कि लोगों की उम्मीदें मुझसे बढ़ गयी हैं,पर मैं नर्वस नहीं होती हूं। अपनी जिम्मेदारी का अहसास है मुझे,पर मैं उसे खुद पर हावी नहीं होने देती हूं। मेहनत और लगन से काम करती हूँ और अपने काम को एन्जॉय करती हूं।
अच्छा लगता है
दीपिका को गर्व है कि गैरफिल्मी पृष्ठभूमि की होने के बाद भी वे हिंदी फिल्मों में अपनी विशिष्ट पहचान बनाने में कामयाब हुई हैं। अपनी ख़ुशी बांटते हुए दीपिका कहती हैं,'अच्छा लगता है जब लोग कहते हैं कि तुम बिना किसी सपोर्ट के,बिना किसी गॉडफादर के यहाँ तक आई हो। यह बड़ी उपलब्धि लगती है। मैं अपनी फॅमिली और दोस्तों की शुक्रगुजार हूँ। उनके सपोर्ट से मुझे शक्ति मिलती है।फिल्म इंडस्ट्री ने भी मुझे खुले दिल से स्वीकार किया है।' दीपिका आगे कहती हैं,' मैंने सबसे कुछ न कुछ सीखा है। रणबीर,शाहरुख़ फराह और जौहर फिल्म इंडस्ट्री में मेरे सपोर्ट सिस्टम हैं।'
सहज और खुशमिजाज़
पिछले दिनों दीपिका को भारत की सबसे आकर्षक अभिनेत्री घोषित किया गया।,कटरीना करीना और प्रियंका चोपड़ा को पीछे छोड़ते हुए दीपिका ने पहला स्थान हासिल किया। इस उपलब्धि पर दीपिका खुश तो हैं,पर वे चाहती हैं कि उनके प्रसंशक सिर्फ उनकी बाहरी,खूबसूरती नहीं बल्कि उनके व्यक्तित्व की अच्छाइयों को भी-समझें-जानें। दीपिका कहती हैं,मैं आशा करती हूं कि मुझे यह ख़िताब मेरे काम और व्यक्तित्व के कारण मिला है न कि सिर्फ शारीरिक खूबसूरती के लिए। मुझे कहा गया है कि लोगों को मैं सहज और खुशमिजाज़ लगती हूं।मैं चाहती हूं कि लोग मेरे व्यक्तित्व को सिर्फ बाहरी खूबसूरती से ना आंकें । वे मेरे अंतर्मन की खूबसूरती को भी समझें।'
बीत गयी,सो बात गयी
अतीत में बिताये गए मधुर पलों की यादों को भूल कर रणबीर कपूर के साथ दोस्ती के अटूट रिश्ते में बंध चुकी हैं दीपिका। रणबीर अब उनके अच्छे दोस्त और प्यारे सहकर्मी हैं। दीपिका बताती हैं,'पर्सनल लाइफ में बीती बातों का असर प्रोफेशनल लाइफ पर नहीं होता है। जहाँ तक बात रणबीर की है तो हमारा अतीत हमारे प्रोफेशन के बीच नहीं आता है। हम दोनों काम पर फोकस रखते हैं। जब काम के प्रति दो समर्पित लोग साथ में काम करते हैं,तो किसी तरह के मनमुटाव की बात बीच में आती ही नहीं है। हम दोनों एक-दूसरे के साथ बेहद कम्फर्टेबल हैं। 'ये जवानी है दीवानी की' शूटिंग का अनुभव बहुत ही मजेदार रहा क्योंकि रणबीर, फिल्म के निर्देशक अयान और मैं अच्छे दोस्त हैं।
सच हुआ सपना
फ़िल्मी दुनिया में प्रवेश के बाद जब दीपिका ने अपने निर्देशकों की सूची के बारे में सोचा था, तब उस सूची में पहला नाम संजय लीला भंसाली का था। दीपिका कहती हैं,'संजय लीला भंसाली के साथ काम करना मेरा सपना था। मैंने कभी नहीं सोचा था कि मेरे करियर में यह मौका इतनी जल्दी आएगा जब मैं संजय लीला भंसाली के साथ काम करुँगी । 'राम लीला' में अभिनय का मौका मिलना मेरे लिए किसी सपने के सच होने जैसा है।'
प्रेरणा हैं पिता
दीपिका की प्रेरणा उनके पिता प्रकाश पदुकोन हैं। जीवन के हर मोड़ पर दीपिका अपने पिता के प्यार और स्नेह को महसूस करती हैं। अपने पिता की स्नेहिल छाँव में खुद को सुरक्षित महसूस करती हैं दीपिका। दीपिका के लिए जीवन के हर कदम पर उनके पिता का मार्गदर्शन बेहद मायने रखता है। दीपिका कहती हैं,' मेरे पिता मेरे दोस्त,भाई,गुरू ...सब हैं। मैं जीवन कोई भी कदम उठाने से पहले उनसे सलाह ज़रूर लेती हूं। उनकी राय किसी भी फैसले को लेने में मेरी बहुत मदद करती है। उनके साथ मेरा रिश्ता बहुत गहरा है। मैं उनका तहे दिल से सम्मान करती हूं।'
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अतीत में बिताये गए मधुर पलों की यादों को भूल कर रणबीर कपूर के साथ दोस्ती के अटूट रिश्ते में बंध चुकी हैं दीपिका। रणबीर अब उनके अच्छे दोस्त और प्यारे सहकर्मी हैं। दीपिका बताती हैं,'पर्सनल लाइफ में बीती बातों का असर प्रोफेशनल लाइफ पर नहीं होता है। जहाँ तक बात रणबीर की है तो हमारा अतीत हमारे प्रोफेशन के बीच नहीं आता है। हम दोनों काम पर फोकस रखते हैं। जब काम के प्रति दो समर्पित लोग साथ में काम करते हैं,तो किसी तरह के मनमुटाव की बात बीच में आती ही नहीं है। हम दोनों एक-दूसरे के साथ बेहद कम्फर्टेबल हैं। 'ये जवानी है दीवानी की' शूटिंग का अनुभव बहुत ही मजेदार रहा क्योंकि रणबीर, फिल्म के निर्देशक अयान और मैं अच्छे दोस्त हैं।
सच हुआ सपना
फ़िल्मी दुनिया में प्रवेश के बाद जब दीपिका ने अपने निर्देशकों की सूची के बारे में सोचा था, तब उस सूची में पहला नाम संजय लीला भंसाली का था। दीपिका कहती हैं,'संजय लीला भंसाली के साथ काम करना मेरा सपना था। मैंने कभी नहीं सोचा था कि मेरे करियर में यह मौका इतनी जल्दी आएगा जब मैं संजय लीला भंसाली के साथ काम करुँगी । 'राम लीला' में अभिनय का मौका मिलना मेरे लिए किसी सपने के सच होने जैसा है।'
प्रेरणा हैं पिता
दीपिका की प्रेरणा उनके पिता प्रकाश पदुकोन हैं। जीवन के हर मोड़ पर दीपिका अपने पिता के प्यार और स्नेह को महसूस करती हैं। अपने पिता की स्नेहिल छाँव में खुद को सुरक्षित महसूस करती हैं दीपिका। दीपिका के लिए जीवन के हर कदम पर उनके पिता का मार्गदर्शन बेहद मायने रखता है। दीपिका कहती हैं,' मेरे पिता मेरे दोस्त,भाई,गुरू ...सब हैं। मैं जीवन कोई भी कदम उठाने से पहले उनसे सलाह ज़रूर लेती हूं। उनकी राय किसी भी फैसले को लेने में मेरी बहुत मदद करती है। उनके साथ मेरा रिश्ता बहुत गहरा है। मैं उनका तहे दिल से सम्मान करती हूं।'
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दीपिका पदुकोन ने जब हिंदी फिल्मों में कदम रखा था तो उनमें आत्मविश्वास की कमी थी। जब फ़िल्मी दुनिया में उन्हें नए दोस्तों का साथ मिला तो,उनमें सकारात्मक उर्जा का संचार हुआ ...और देखते-ही-देखते वे हिंदी फिल्मों का चमकता सितारा बन गयीं। जल्द रिलीज़ हो रही फिल्म 'ये जवानी है दीवानी' में दीपिका की भूमिका भी उनके व्यक्तित्व से काफी हद तक मिलती जुलती है।' ये जवानी है दीवानी' की नैना भी दीपिका की तरह ही है। वह भी दीपिका की तरह आधुनिक लिबास में लिपटी पारंपरिक लड़की है।
दीपिका से बातचीत-
इस साल की शुरुआत आपके लिए बेहद अच्छा रही । 'रेस 2' हिट रही और 'कॉकटेल' में बेहतरीन परफोर्मेंस के लिए आपको अवार्ड्स भी मिले ...
-बहुत अच्छा लगता है जब आपके हार्ड वर्क को सराहा जाता है। अवार्ड्स हमेशा हौसला बढाते हैं। यह तो सिर्फ मेरी शुरुआत है। मुझे आगे भी हार्ड वर्क करना है। ...और बेहतर करने की कोशिश जारी है।
'ये जवानी है दीवानी' से सफलता का सिलसिला बरकरार रखने की उम्मीद है?
-जी बिलकुल ....मुझे उम्मीद है यह फिल्म बहुत अच्छा करेगी। इसके गाने बहुत पॉपुलर हो गए हैं चाहे वह 'बदतमीज दिल .'.हो या 'बलम पिचकारी ..'। 'कॉकटेल' बड़ी हिट रही। उसके बाद 'रेस 2' भी सक्सेसफुल रही। मुझे उम्मीद है कि मैं 'ये जवानी है दीवानी' से हिट की हैट्रिक लगा पाउंगी।
'ये जवानी है दीवानी' में किस अंदाज में दर्शक आपको देखेंगे?
-मैं रेगुलर सिटी गर्ल नैना की भूमिका निभा रही हूं। वह बहुत ही ट्रेडिशनल इंडियन लड़की है। मुझे लगता है कि लड़कियां इस कैरेक्टर से रिलेट कर पाएंगी। वह महत्वाकांक्षी है,फोकस्ड है। वह अपनी पढ़ाई को लेकर बेहद सीरियस है। वह अपने पेरेंट्स की बहुत रेस्पेक्ट करती है। फॅमिली वैल्यूज में उसका विश्वास है। ..लेकिन वह कॉंफिडेंट नहीं है। एक ट्रिप में जब वह अपने दोस्तों से मिलती है तो उसकी लाइफ में बहुत कुछ पॉजिटिव होने लगता है।
आप इस कैरेक्टर से कितना रिलेट करती हैं? क्या रियल लाइफ में भी आप नैना जैसी ही हैं?
-मैं बहुत हद तक रिलेट करती हूं नैना से ... खासकर, पहले हिस्से और दूसरे हिस्से के बीच नैना की पर्सनालिटी में हुए बदलाव से। क्योंकि मैं खुद मानती हूं कि मैं ऐसी लड़की थी जो बहुत कॉंफिडेंट नहीं थी। जब मैं स्कूल में थी या जब मैं नयी-नयी इस इंडस्ट्री में आई थी ...तब मैं कॉंफिडेंट नहीं थी। धीरे-धीरे मेरी मुलुकात अच्छे लोगों से हुई और मेरी लाइफ में भी पोजिटिव बदलाव आया। ...और आज मैं कॉंफिडेंट पर्सन हूं। पेरेंट्स और दोस्तों के साथ नैना के रिलेशनशिप से भी मैं इत्तेफाक रखती हूं। ..तो मैं काफी हद तक नैना जैसी ही हूं।
'ये जवानी है दीवानी' में आपकी और रणबीर कपूर की जोड़ी को लेकर दर्शकों में बेहद उत्सुकता है। इस फिल्म में आप दोनों के संग-साथ से दर्शक कैसी उम्मीद रखें ?
-अयान ने हमें इस फिल्म में इसलिए कास्ट किया क्योंकि हम दोनों इस फिल्म के लिए परफेक्ट थे। फिल्म में हम दोनों अपनी पर्सनल इक्वेशन की वजह से नहीं हैं। मुझे उम्मीद है कि जोड़ी के रूप में हम दोनों अपनी भूमिकाओं के साथ जस्टिस कर सकेंगे । किसी भी फिल्म के लिए बहुत जरुरी है कि दर्शक उसके लीड पेयर को पसंद करें। एक लव स्टोरी के लिए एक्टर-एक्ट्रेस की केमिस्ट्री अच्छी होनी चाहिए। मैंने और रणबीर ने अपनी ओर से बेस्ट देने की कोशिश की है। मुझे लगता है कि दर्शक मुझे और रणबीर को साथ में एक बार फिर पसंद करेंगे।
जब अयान जैसे अच्छे दोस्त निर्देशक हों तो अभिनय का अनुभव अलग रहता होगा ...?
-बहुत मजेदार अनुभव रहा।साथ में,काफी तनाव भी रहता था शूटिंग के समय। हम बहुत एक्सट्रीम कंडीशन में शूटिंग कर रहे थे। पिछले साल के आखिरी महीनो में हम मनाली में शूटिंग कर रहे थे। वहां बहुत ज्यादा ठण्ड थी। वहीँ ,,अप्रैल-मई में हम राजस्थान की झुलसा देने वाली गर्मी में हम शूटिंग कर रहे थे। पहली बार मुझे लग रहा था कि मैं किसी लव स्टोरी की नहीं, बल्कि किसी एक्शन फिल्म की शूटिंग कर रही हूं। ऐसे एक्सट्रीम मौसम में हार्ड वर्क करने के साथ-साथ हमने बहुत मस्ती भी की। जब साथ में काम करने वाले यंग हों और लगभग एक ही उम्र के हों तो एक्स्पेरिएंस बहुत मजेदार रहता ही है।
जैसा आपने बताया कि 'ये जवानी है दीवानी' के गाने काफी पॉपुलर हो गए हैं ...तो क्या आप मानती हैं कि किसी फिल्म की सफलता में उसके अच्छे म्यूजिक का भी योगदान अहम् होता है?
-मुझे लगता है कि अच्छा म्यूजिक फिल्म के लिए बेहद जरुरी है। इंडियन फिल्मों में म्यूजिक हमेशा से बेहद खास रहा है। पहले से ही हमारी फिल्में म्यूजिकल रही हैं। ..और हां,मुझे लगता है कि फिल्म की सक्सेस काफी हद तक उसके म्यूजिक की सक्सेस से जुडी होती है। अच्छा म्यूजिक ऑडियंस को थिएटर तक खींच लाता है।
आपने 'ये जवानी है दीवानी' देखी होगी ! एक दर्शक के रूप में आपको कैसी लगी?
-मैंने अभी तक फिल्म नहीं देखी है,पर मैं जानती हूं कि जब लोग इस फिल्म को देखेंगे तो उन्हें रूमानी अहसास होगा। मेरे ख्याल से बहुत सालों के बाद हम एक खूबसूरत लव स्टोरी बनाने में कामयाब हुए हैं।
इसके बाद 'रामलीला' और 'चेन्नई एक्सप्रेस' आ रही है। कैसी उम्मीदें हैं इन दोनों फिल्मों से?
-टच वुड ...मेरे पास इस समय बेहतरीन फिल्में हैं। वैसे, मैं एक समय पर एक ही फिल्म पर ध्यान देना चाहती हूं। मैं अभी भी 'रामलीला' और 'चेन्नई एक्सप्रेस' की शूटिंग कर रही हूं। इस समय मेरा सारा ध्यान 'ये जवानी है दीवानी' की रिलीज़ पर है। यह मेरे लिए बहुत स्पेशल फिल्म है।
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