सनी देओल एक बार फिर अपने चिर-परिचित अंदाज में सिल्वर स्क्रीन पर लौटने के लिए तैयार हैं।एक बार फिर उन्होंने अन्याय और दुराचार का विरोध करने की ठान ली है। एक बार गुस्से से तमतमाता उनका चेहरा दर्शक देख पाएंगे। सनी देओल का यह जाना-पहचाना अंदाज और तेवर दिखेगा अनिल शर्मा निर्देशित 'सिंह साहब द ग्रेट' में। इस बार सनी सिर्फ अन्याय और दुराचार के खिलाफ ही नहीं,बल्कि भ्रष्टाचार के खिलाफ भी स्क्रीन पर अपने गुस्से का प्रदर्शन करेंगे।
'सिंह साहब द ग्रेट' में सनी अपने ढाई किलो के हाथ और असरदार संवादों के साथ भ्रष्टाचार का विरोध करते हुए नजर आएंगे। सनी कहते हैं,'भ्रष्टाचार हमारे देश को अन्दर से खोखला बना रहा है। हमें इस बारे में कुछ करना चाहिए। दुःख की बात है कि हम सिर्फ दूसरों पर इल्जाम लगाते हैं। खुद कुछ करने की कोशिश नहीं करते हैं। चेंज तभी आएगा जब हम खुद शुरुआत करेंगे। हमें अपनी बात पर अटल रहने की कला आनी चाहिए तभी देश से भ्रष्टाचार दूर हो सकेगा।'
'सिंह साहब द ग्रेट' में सनी खतरनाक एक्शन दृश्य करते हुए दिखेंगे। किसी दृश्य में वे दो टन का स्लैब हाथों में लिए हुए दिखेंगे,तो किसी दृश्य में एक जीप को अपने हाथों से घुमाते हुए..। सनी बताते हैं,'मैंने अब तक फिल्मों में जितने स्टंट किये हैं सभी लार्जर देन लाइफ रहे हैं। 'सिंह साहब द ग्रेट' में मैं एक समस्या की खिलाफ लड़ रहा हूं इसलिए हर एक्शन सीन के पीछे स्ट्रोंग इमोशन भी है। इमोशन के जुड़ने के कारण पंच का प्रभाव ज्यादा दिखता है। हर एक पंच में अन्दर का गुबार निकलता है।' 'सिंह साहब द ग्रेट' एक आम आदमी की कहानी है जिसे अपनी ईमानदारी पर गर्व है। साधारण जिंदगी जीने में उसका यकीन है। ईमानदारी, सच्चाई और नैतिकता पर उसका विश्वास कायम है। सनी देओल ने अनिल शर्मा निर्देशित इस फिल्म में उत्तर प्रदेश के ईमानदार कलक्टर की भूमिका निभायी है।
गौरतलब है कि पिछले दिनों 'सिंह साहब द ग्रेट' का शीर्षक गीत रिलीज़ किया गया जिसे अपने धुनों से संवारा है सोनू निगम ने। सनी देओल बताते हैं,'यह गीत हमारे आस-पास की रियलिटी और ख़ुशी दर्शाता है। यह गीत सिर्फ फिल्म की कहानी की झलक ही नहीं देता है,बल्कि पारिवारिक मूल्यों और रिश्तों को भी बयां करता है। इस गीत में हर रिश्ते की गहराई को छूया गया है फिर वह भाई-बहन का रिश्ता हो या पति- पत्नी का।' ' सिंह साहब द ग्रेट' में सनी देओल के साथ अमृता राव और उर्वशी रोतैला भी महत्वपूर्ण भूमिकाओं में नजर आएंगी।
सनी देओल को दूसरे सितारों की तरह फ़िल्मी चकाचौंध पसंद नहीं है। वे सादगी पसंद करते हैं। सनी कहते हैं,' हम अपने परिवार की गरिमा को बनाए रखना चाहते हैं। इसलिए हम चाहते हैं कि हम जो हैं दर्शक हमें उसी रूप में पसंद करें। ' जीवन के प्रति दार्शनिक नजरिया पेश करते हुए सनी कहते हैं,' हर इंसान को अपने जीवन में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। कठिन पलों से भागने के बजाय उनसे कुछ सीखें।'
-सौम्या अपराजिता