Monday, July 15, 2013

दर्द-ए-स्टार .....

-सौम्या अपराजिता 


जब कोई सितारा दर्द से कराहता है,तो उसके प्रशंसक बेचैन हो उठते हैं। अपने प्रिय सितारे के शारीरिक दर्द को वे शिद्दत से महसूस करने लगते हैं। अपने प्रिय सितारे की तकलीफ को वे अपना मान बैठते हैं। प्रशंसकों के इसी स्नेह,प्यार और सरोकार ने सितारों को उनके दर्द से उबरने में मदद की है। 
शारीरिक तकलीफ,चोट और दर्द से सितारे जूझते रहे हैं। पिछले दिनों जब रितिक रोशन की ब्रेन सर्जरी की खबर आयी,तब उनके प्रशंसकों को जैसे सांप सूंघ गया हो। वे अपने प्रिय सितारे की चिंता में घुले जा रहे थे। जैसे ही राकेश रोशन ने अपने पुत्र की सलामती की खबर दी,सबने राहत की सांस ली।सफल ऑपरेशन के बाद रितिक एक महीने के अवकाश पर हैं। दरअसल,रितिक के दिमाग की झिल्ली और खोपड़ी के बीच सूजन और क्लॉट पाया गया था। एंडोस्कोपी ब्रेन सर्जरी का फैसला लेने के एक दिन पहले रितिक ने प्रशंसकों से अपने लिए दुआ करने की गुजारिश की थी।'बैंग-बैंग' की शूटिंग के दौरान रितिक  को लगभग दो महीने पहले एक ऐक्शन सीक्वेंस करने के दौरान सिर में चोट लगी थी। इस चोट की वजह से ही पिछले दिनों उन्हें तेज सिर दर्द रहने लगा था। दर्द से रितिक पहले भी जूझते रहे हैं। इससे पहले भी वे घुटने की गंभीर चोट की वजह से कई महीनों तक बिस्तर पर पड़े रहे। इस दर्द से उबरने में उन्हें महीनों लग गए थे ,पर रितिक ने हौसला नहीं खोया। रितिक के अनुसार,'जब अनुराग बसु 'काइट्स' के स्क्रीन प्ले के साथ मेरे पास वापस आए उस समय मेरे घुटने में बेहद तकलीफ थी। मैं पांच महीने से रेस्ट कर रहा था। मैं बिना किसी सहारे के सोफे से उठ नहीं सकता था। मुझे लगा कि मेरी लाइफ खत्म हो चुकी है। मुझे कुछ और सोचना चाहिए। लगता है,सिंगर बनना पड़ेगा। मैं कुछ नहीं जानता था। बस,सोच रहा था कि क्या करूंगा? एक्ट कर सकता था,पर मैं बिना डांस किए ,जंप किए कोई नॉर्मल रोल नहीं करना चाहता था। कई डॉक्टर को मैंने अपना घुटना दिखाया। फिनलैंड गया,न्यूयार्क गया..सब जगह गया। सभी डॉक्टर ने कहा,दो से तीन साल तुम्हारे पास है। उसके बाद तुम्हारा खेलना-कूदना,एक्शन सीन करना बंद। मैं पूरी तरह से बिखर गया था।' 

चोट और दर्द से शाहरुख़ खान का रिश्ता भी पुराना है। पिछले दिनों ही उन्होंने अपने कंधे की आठवीं बार सर्जरी करवाई।सर्जरी के बाद  इन दिनों वे आराम की मुद्रा में  हैं। हालांकि उनकी सक्रियता बरकरार है। फिल्मों की शूटिंग से बच रही अपनी संचित ऊर्जा का प्रयोग वे अपनी नयी फिल्म 'चेन्नई एक्सप्रेस' के प्रमोशन में प्रयोग कर रहे हैं।उल्लेखनीय है कि  वर्ष 2010 में उनका आखिरी ऑपरेशन किया गया था, जब उन्हें अपनी होम प्रोडक्शन फिल्म 'रा-वन' की शूटिंग के दौरान चोट लग गई थी। इससे पहले वर्ष 2009 में 'दुल्हा मिल गया' की शूटिंग के दौरान भी उन्हें चोट लगी थी। पिछले लंबे समय से शाहरुख कंधे के दर्द से परेशान  हैं। उन्हें कंधे को झुकाने में भी दिक्कत आ रही है। शाहरुख का कहना है कि वह चोट और बीमारी के कारण अवसाद में चले गए थे लेकिन अब वह इससे पूरी तरह बाहर आ गए हैं और स्वस्थ व ऊर्जावान महसूस कर रहे हैं। शाहरुख कहते हैं,'अब मैं अंदर से बहुत स्वस्थ और तरोताजा महसूस कर रहा हूं।' जब शाहरुख़ मुंबई के लीलावती अस्पताल में कंधे की सर्जरी करा रहे थे तब उनके दर्द में शामिल उनके प्रशंसक अपने प्रिय अभिनेता की सलामती की खबर के लिए अस्पताल के बाहर घंटों तक पलक-पांवड़े बिछाए बैठे रहे।



अमिताभ बच्चन जब 1982 में दर्द के सागर में डूबे थे तब पूरा देश उन्हें दर्द के उस सागर से निकालने में अपनी एड़ी -चोटी का जोर लगा रहा था।' कूली' की शूटिंग के दौरान हुई दुर्घटना में जब अमिताभ बच्चन को पेट में गंभीर चोट लगी तब जैसे पूरा देश सकते में आ गया। दरअसल, 'कुली' में एक स्टंट करते हुए उन्हें चोट लग गई थी। इस स्टंट में उन्हें टेबल के ऊपर से ज़मीन पर कूदना था। वह टेबल की तरफ कूदे और ग़लती से टेबल के कोने से जा टकराए जिसकी वजह से उन्हें गंभीर चोट लग गई। उन्हें फ़िल्म बीच में ही छोड़कर अस्पताल में भर्ती होना पड़ा। अस्पताल में अमिताभ जब मृत्यु से संघर्ष कर रहे थे तब उनके प्रशंसक उनकी सलामती के लिए अपने-अपने आराध्य से प्रार्थना कर रहे थे। अमिताभ सकुशल अस्पताल से वापस लौटे,पर वह दर्द हमेशा के लिए उनसे दूर नहीं हुआ। यदा-कदा अमिताभ का वह पुराना दर्द उभर जाता है। नवंबर 2005 में, अमिताभ बच्चन को एक बार फिर 'लीलावती अस्पताल' के आई.सी.यू. में छोटी आँत की सर्जरी लिए भर्ती किया गया। उनके पेट में दर्द की शिकायत के कुछ दिन बाद ही ऐसा हुआ। इस अवधि के दौरान और ठीक होने के बाद उनकी ज़्यादातर परियोजनाओं को रोक दिया गया, जिसमें 'कौन बनेगा करोड़पति' का संचालन करने की प्रक्रिया भी शामिल थी। अमिताभ मार्च 2006 में काम करने के लिए वापस लौट आए। पिछले साल भी पेट में असहनीय दर्द के कारण अमिताभ को छोटी आंत की एक बार फिर सर्जरी करानी पड़ी थी। गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से जूझने के बावजूद अमिताभ अपने उत्साह को बनाए हुए हैं।अमिताभ कहते हैं,' दर्द के बिना जीवन में कुछ हासिल करना अच्छा नहीं है। चाहने वालों का प्रेम एवं शुभकामनाएं हमेशा असर दिखाती हैं, इसे मैं कभी चुकता नहीं कर सकूंगा।'


दर्द के साथ सलमान खान का रिश्ता तब सुर्ख़ियों में आया जब उन्होंने दो वर्ष पूर्व चेहरे की सर्जरी कराने का फैसला किया। सलमान खान ट्राईजेमिनल न्यूरैलजिया नाम की बीमारी से पीड़ित थे, जिसमें चेहरे पर असहनीय दर्द होता है। इस बीमारी के कारण सलमान को खाना खाने और बोलने में तकलीफ हो रही थी। सात साल इस असहनीय दर्द को झेलने के बाद सलमान ने सर्जरी कराने का फैसला लिया। सलमान कहते हैं', मैं अगर सर्जरी न करता तो निश्चित ही कोमा में चला जाता।' पिछले दिनों सलमान के प्रशंसक एक बार फिर परेशान हो गए जब खबर आयी कि उनके प्रिय अभिनेता को एक बार फिर सर्जरी करानी पर सकती है। हालांकि,गंभीर जांच के बाद डॉक्टरों ने निर्णय लिया है कि सलमान को अब ऑपरेशन की जरुरत नहीं है।



समृद्ध जीवनशैली,सुख सुविधाएं और ग्लैमर की चकाचौंध भी सितारों को शारीरिक तकलीफों और दर्द से दूर नहीं रख पाता है। अच्छी बात है कि आम इंसान की तरह उनके दर्द का साझेदार सिर्फ उनका परिवार नहीं,बल्कि लाखों-करोड़ों प्रशंसक हैं ......जो अपने प्रिय सितारे के साथ दर्द के रिश्ते में बंधे हैं।

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