रणबीर कपूर सफलता के पर्याय बन चुके हैं। जब से रणबीर सिल्वर स्क्रीन पर अवतरित हुए है तबसे उनकी प्रतिभा प्रशंसकों को अपने प्रिय सितारे पर गर्व करने के अवसर दे रही है। नयी पीढ़ी के वे इकलौते अभिनेता हैं जिन्होंने 'सुपरस्टार' की उपाधि की चारित्रिक विशेषताओं को आत्मसात कर लिया है।
सफलता की सीमा नहीं
लगातार तीन सफल फिल्मों में अपनी लोकप्रियता का प्रमाण दे चुके रणबीर नहीं मानते कि सफलता की कोई सीमा है। रणबीर के घर पर हुई पिछली मुलाकात में 'सफलता' के सन्दर्भ में रणबीर ने अपनी प्रतिक्रिया कुछ यूं दी थी, 'हर इंसान के लिए सफलता का पैमाना अलग होता है। मुझे नहीं पता है कि मेरे लिए सफलता क्या है? पिछले कुछ सालों में मैंने जो पाया है उससे मैं खुश नहीं हूं। अभी तो मेरी शुरूआत हुई है। मैं फिल्म परिवार में बड़ा हुआ हूं। मैंने अपने इर्द-गिर्द सफलता की ऊंचाइयां देखी है। मेरे माता-पिता हैं,मेरी कजिन है...सभी सफल हैं।...तो मुझे पता है कि सफलता की कोई सीमा नहीं होती। वह अनंत होती है।'
कर्म में विश्वास
रणबीर कपूर हिंदी फिल्मों के उस तथाकथित 'सुपरस्टारडम' के करीब पहुँच चुके हैं जहां उनकी निजी जिंदगी निजी नहीं रही और उनके व्यासायिक निर्णय उनके प्रशंसकों की ख़ुशी और निराशा से जुड़ गए हैं। अपने प्रशंसकों के विश्वास,प्यार और स्नेह से रणबीर उत्साहित हैं,पर दर्शकों के प्यारे अभिनेता बनने से पहले वे अच्छे इंसान बनना चाहते हैं। रणबीर के अनुसार,'सबसे जरूरी बात यह होती है कि आपको अच्छा इंसान होना चाहिए। आपके कर्म अच्छे होने चाहिए। अपने काम को रेस्पेक्ट करना चाहिए। कर्म करने के बाद मैं उसके अच्छे फल की चिंता नहीं करता,बल्कि नए काम में जुट जाता हूं।'
'जैसा हूं, वैसा हूं
बेशुमार सफलता और अपार लोकप्रियता के साथ ही कुछ परेशानियां भी रणबीर से जुड़ गयीं हैं। अब निजी जीवन की उनकी गतिविधियां अखबारों की सुर्खियाँ और फ़िल्मी गलियारे में कानाफूसी की वजह बन गयी है। कई बार तो रणबीर की प्रतिभा,अभिनय और फिल्मों से अधिक उनके प्रेम प्रसंग की खबरें प्रकाशित होती हैं। पिछले दिनों कट्रीना कैफ के साथ उनके प्रेम सम्बन्ध को जिस तरह मसाला-मिर्च लगाकर परोसा गया उससे रणबीर बेहद आहत हुए। हालांकि, रणबीर के आलोचकों की नजर में वे सार्वजनिक स्थान पर कट्रीना के साथ प्रेम व्यवहार करने की अपनी गलतियों का ही खामियाजा भुगत रहे हैं। रणबीर कहते हैं,'यह नहीं सोचता हूं कि मेरी इमेज कैसी होनी चाहिए? मेरी पर्सनालिटी कैसी होनी चाहिए? मैं कैसे लोगों से बात करूं? इन सबचीजों के बारे में मैं नहीं सोचता हूं। मैं कुछ छिपाने की कोशिश नहीं करता हूं। मैं कुछ छिपा ही नहीं सकता। मै हमेशा यही कोशिश करता हूं कि मेरी पर्सनालिटी जैसी है वैसी ही सबके सामने रहे। '
हरफनमौला
रणबीर को जब भी अवसर मिलता है..वे अपनी बहुमुखी प्रतिभा का परिचय देना नहीं भूलते। तभी तो जब 'बेशरम' की मेकिंग के दौरान रणबीर को जब गायक और नृत्य निर्देशक बनने का अवसर मिला,तो रणबीर ने तुरंत उसका लाभ उठाया। 'बेशरम' के गीत 'लव की घंटी' को रणबीर ने अपनी आवाज दी,तो शीर्षक गीत का नृत्य निर्देशन किया। इतना ही नहीं ...जब उन्हें ' बेशरम' के ही दूसरे गीत के लिए भांगड़ा करने का मौका मिला,तो उन्होंने उसे भी बखूबी निभाकर अपने प्रशंसकों को गर्व करने का मौका दिया। गौरतलब है कि ' ये जवानी है दीवानी',' रॉकस्टार' और 'बर्फी ' में रोमांस का जादू बिखेरने के बाद रणबीर कपूर अब 'बेशरम' में एक्शन अवतार में दिखेंगे।उल्लेखनीय है कि 'बेशरम' रणबीर की पहली एक्शन फिल्म होगी। 'दबंग' के निर्देशक अभिनव् कश्यप के निर्देशन में रणबीर एक्शन कॉमेडी फिल्म 'बेशरम' में अनाथ की भूमिका निभा रहे हैं। निर्देशक अभिनव् कश्यप के अनुसार,'बेशरम' में रणबीर एक कार मैकेनिक का किरदार निभा रहे हैं जो जरूरत पडऩे पर छोटी मोटी चोरियां करता है।'
व्यस्त और मस्त
बेशरम के बाद रणबीर अनुराग कश्यप निर्देशित बॉम्बे वेलवेट और विक्की सिंह निर्देशित रॉय में अभिनय का रंग भरेंगे। उल्लेखनीय है कि रणबीर इन दिनों अनुष्का शर्मा के साथ श्रीलंका में 'बॉम्बे वेलवेट' की शूटिंग कर रहे हैं। पूर्व प्रेमिका और वर्तमान की करीबी मित्र दीपिका पदुकोन के साथ इम्तियाज अली की नयी फिल्म में अभिनय करेंगे। साथ ही,रणबीर अपने प्रिय निर्देशक अनुराग बसु के साथ मिलकर नए बैनर 'पिक्चर शुरू'के तले पहली फिल्म 'जग्गा जासूस' की निर्माण की प्रक्रिया को भी आगे बढ़ा रहे हैं। अगले तीन-चार वर्षों के बाद रणबीर ने फिल्म निर्देशन करने की भी इच्छा जतायी है। संजय लीला भंसाली के सहायक निर्देशक रह चुके रणबीर के लिए फिल्म निर्देशन पर्याप्त अनुभव और अभ्यास के बाद उठाया जाने वाला कदम होगा।
अभिनय,गायन,नृत्य निर्देशन और निर्माण के बाद यदि रणबीर निर्देशन को भी अपने व्यवसाय की सूची में जोड़ते है,तो निश्चित ही आने वाले दिनों में रणबीर कपूर के रूप में हिंदी फिल्मों को ऐसा सितारा मिलेगा जिसके पास न ही सिर्फ कपूर खानदान की समृद्ध विरासत होगी,बल्कि जो सही मायने में दादा राजकपूर की तरह 'शोमैन' की उपाधि के करीब होगा।