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Wednesday, October 9, 2013

संभव हुआ असंभव...

प्रतिदिन प्रतिपल विज्ञान प्रगति कर रहा है। नयी तकनीक दस्तक दे रही है। वैज्ञानिक और तकनीकी प्रगति ने कला माध्यमों को विशेषकर सिनेमा को नए सिरे से संवारा है। फिल्मकारों की कल्पना को नयी उड़ान दी है। सिल्वर स्क्रीन के चरित्रों को थ्री डी अवतार दिए हैं। स्पेशल इफ़ेक्ट की गुणात्मकता से सिनेमा को समृद्ध बनाया है। स्पेशल इफ़ेक्ट से लबरेज  बेहतरीन सिनेमाई अनुभव के लिए अब भारतीय दर्शक हिंदी फिल्मों की तरफ  मुखातिब हो रहे हैं। बदलते वक़्त और तकनीकी समृद्धि के साथ अब हिंदी फिल्मों में भी अंतर्राष्ट्रीय स्तर के स्पेशल और विजुअल इफ़ेक्ट दर्शनीय हैं।

स्वदेशी तकनीक
स्पेशल इफेक्ट का बुद्धिमत्ता पूर्वक व खूबसूरती से प्रयोग न सिर्फ फिल्मों को संवार सकता है , बल्कि फिल्म के कथानक को हकीकत के और करीब ले जा सकता है।  देर से ही सही , अब हिंदी फिल्मों में भी अच्छे व प्रभावशाली स्पेशल इफ़ेक्ट का प्रयोग होने लगा है। अच्छी बात है कि पिछले कुछ अर्से से इन इफेक्ट को बाहर से आयात करने के बजाय भारत में ही  विकसित किया जा रहा है। विदेशी तकनीशियनों की सहायता से 'रा.वन' के कई शानदार और जानदार स्पेशल इफेक्ट भारत में तैयार किये गए थे। जल्द प्रदर्शित हो रही 'कृष 3' के जबरदस्त विजुअल और स्पेशल इफेक्ट्स की नींव पूरी तरह भारतीय भूमि में ही तैयार की गयी है। रितिक रोशन बताते हैं,'हमने ' कृष 3' के निर्माण में अमेरिका या हॉलीवुड से कोई मदद नहीं ली। सब कुछ पूरी तरह से भारतीय है। वीएफएक्स और स्पेशल इफेक्ट्स भी भारत में ही किए। यह हम सभी के लिए गर्व की बात है।' इससे पहले भी कई हिंदी फिल्मों को  भारतीय तकनीशियनों ने स्पेशल इफेक्ट से सजाया है। इन फिल्मों में 'गायब','जजंतरम ममंतरम' और 'टार्जन द वंडर कार' उल्लेखनीय हैं।

संभव हुआ असंभव
दीगर बात है कि सुपर हीरो पर आधारित फिल्मों की मेकिंग में सुपर तकनीक की दरकार होती है। ऐसी फिल्मों में असंभव को संभव कर दिखाने की चुनौती होती है। इस चुनौती के लिए फ़िल्मकार तैयार भी रहते हैं क्योंकि सुपर हीरो पर आधारित फिल्में दर्शकों को लुभाती रही हैं। ऐसा काम जिसकी कल्पना आम आदमी कर भी नहीं सकता, वह सब सुपर हीरो मिनटों में कर देता है। पर्दे पर अन्याय करने वालों को जब सुपर हीरो अपनी विशेष शक्तियों से हराता है तो दर्शकों को अपनी जीत नजर आती है। यही वजह है कि किसी ना किसी रूप में सुपर हीरो की मौजूदगी भारतीय सिनेमा में हमेशा रही है। हिंदी फिल्मों में सुपर हीरो की कामयाबी का श्रेय रितिक रोशन को जाता है। 'कोई मिल गया' में रितिक के सुपर तकनीक से सजी सुपर हीरो फिल्म की श्रृंखला की शुरुआत हुई,जो तकनीकी प्रगति के साथ और भी उन्नत होती गयी। 'कृष' के बाद 'कृष 3' में सुपर हीरो बने रितिक रोशन विजुअल इफेक्ट्स के माध्यम से एक बार फिर असंभव को संभव करते हुए दिखेंगे। 'कृष3' का सबसे बड़ा आकर्षण इसका उन्नत विजुअल इफेक्ट माना जा रहा है। यही वजह है कि 'कृष3' की पहली झलकियों में कलाकारों से अधिक फिल्म के तकनीकी पहलू को अधिक प्राथमिकता दी गयी।


3 डी दुनिया
'3 डी' तकनीक की लोकप्रियता का आलम यह है कि लगभग हर निर्माता-निर्देशक अपनी फिल्मों को इस आधुनिक और लोकप्रिय तकनीक में ढालना चाहता है। विशेषकर डरावनी फिल्मों के लिए इस तकनीक का भरपूर प्रयोग किया जा रहा है। विक्रम भट्ट द्वारा निर्मित 'हॉन्टेड' और  हाल में प्रदर्शित हुई 'हॉरर स्टोरी 3 डी' इसके उदाहरण हैं। विक्रम कहते हैं, 'मुझे 3डी तकनीक ने अपनी ओर खींच लिया है। यह सबसे हटकर है।' भारत की पहली अंडरवाटर 3डी फिल्म 'वार्निंग' ने भी पिछले दिनों  सिनेमाघरों में दस्तक दी। 3 डी तकनीक के प्रति बढ़ते लगाव की वजह है कि सलमान खान और सुभाष घई जैसे नाम भी इस तकनीक से जुड़ने के लिए आतुर हैं। सुभाष घई कहते हैं,'  वर्तमान में 3-डी फिल्मों का दौर है और मैं नई तकनीक का इस्तेमाल करना पसंद करता हूं। मैं मनोरंजक फिल्में बनाने के लिए जाना जाता हूँ और उसी परंपरा को आगे बढ़ाऊँगा। इतना अवश्य कहूँगा कि मेरी अगली फिल्म 3-डी  होगी।' उधर सलमान खान ने भी अपनी नयी फिल्म 'मेंटल' को 3 डी तकनीक से जोड़ने की इच्छा जतायी है।

..कि पैसा बोलता है
जब तकनीक समृद्ध होगी तो पूंजी निवेश भी अधिक होगा। अपनी फिल्म में आवश्यक स्पेशल इफ़ेक्ट शामिल करने के लिए निर्माता अधिक मात्रा में पूंजी निवेश करने से नहीं घबराते हैं। फिल्म का बजट चाहे जो हो, उसमें दृश्यों का प्रभाव बढ़ाने के लिए विजुअल इफेक्ट और कंप्यूटर ग्राफिक्स का इस्तेमाल आम बात हो गई है। एक वरिष्ठ तकनीशियन बताते हैं, 'आजकल पोस्ट प्रोडक्शन के दौरान निर्देशक के मनचाहे इफेक्ट देने के लिए कंप्यूटर ग्राफिक्स और तकनीक का काफी इस्तेमाल किया जाता है। वीएफएक्स स्टूडियो इस काम के लिए 5 लाख रुपये से लेकर कुछ करोड़ रुपये तक मांग सकता है।' उल्लेखनीय है कि करीब 150 करोड़ रुपये में बनी 'रोबोट' के कुल बजट का 25 फीसदी हिस्सा वीएफएक्स पर ही खर्च किया गया था। वीएफएक्स ने फिल्म की कहानी लोगों तक आसानी से पहुंचा दी।' गौरतलब है कि 'कृष 3′ के लिए विज़ुअल इफेक्ट का निर्माण शाहरुख़ खान की कंपनी'रेड चिली' ने किया है। जानकारों के अनुसार इस पूरी प्रक्रिया में  26 करोड़ का पूंजी निवेश किया गया है।
तकनीकी प्रगति ने किया बेरोजगार
डिजिटल तकनीक ने सैंकड़ों स्टंट कलाकारों के जीवन को अंधकारमय बना दिया है। फ़िल्मे तकनीकी रूप से जैसे-जैसे उन्नत हो रही हैं, स्पेशल इफेक्ट यानी फ़िल्मों में हैरतअंगेज़ दृश्यों को डिजिटल तकनीक से दर्शाने वाले स्टूडियो की भरमार हो गयी है। इन स्टूडियो ने स्टंट से जुड़े अधिकांश  दृश्यों को आधुनिक तकनीक से फिल्माने की परंपरा शुरू कर दी है। जिस कारण स्टंट कलाकारों के पास रोजगार की कमी हो गयी है। मुंबई में अवस्थित एक स्पेशल इफ़ेक्ट की कम्पनी के मालिक का कहना है,'हाथ से किए जाने वाले और तकनीक पर आधारित फिल्म स्टंट अब ख़त्म हो रहे है क्योंकि अब कंप्यूटर पर यह सब बड़ी आसानी से हो जाता है।'

बनी रहे कलात्मकता
तकनीक के ताने-बाने में बुना सिनेमा दर्शकों को अद्भूत आनंद देता है। जब दर्शक सिल्वर स्क्रीन पर असंभव को संभव होते देखते हैं,तो उन्हें उस सिनेमाई अनुभव के लिए निवेश की गयी पूंजी के सदुपयोग की संतुष्टि होती है।... पर जब कोई फिल्म  कला पक्ष को हाशिए पर रखकर सिर्फ तकनीक के सांचे में ढालकर पेश की जाती है,तो दर्शक निराश होते हैं। वे ठगा-सा महसूस करते हैं। ऐसे में आवश्यक है कि उन्नत तकनीक को सार्थक और मनोरंजक कथानक के इर्द-गिर्द बुना जाए और कला पक्ष की उपेक्षा किए बिना उन्नत तकनीक से सजी फिल्में निर्मित की जाएं तभी हमारा सिनेमा सही मायने में समृद्ध होगा।
-सौम्या अपराजिता

Saturday, September 14, 2013

एक्शन फिल्मों की बारात..

हीरो-विलेन की हिंसक हाथापाई,गाड़ियों का एक- दूसरे से टकराना, हवा में उछलकर एक हीरो का दस लोगों को धकेलना और उनपर लात-घूंसों की बरसात करना.....एक्शन प्रधान फिल्मों के ये संकेत दृश्य आने वाले कुछ महीनों में दर्शकों के लिए बार-बार सिनेमाघरों में उपलब्ध होंगे। दरअसल,सिल्वर स्क्रीन पर एक्शन फिल्मों की बारात सजने वाली है। इस वर्ष की आखिरी तिमाही में एक्शन फिल्मों की धूम मचेगी जब तीन महीने में सात बड़ी एक्शन फिल्में सिनेमाघरों में दस्तक देंगी ।
अक्टूबर में दो ' ब' शब्द से शुरू होने वाली दो बड़ी एक्शन फिल्में 'बेशरम' और ' बॉस' सिनेमाघरों का रुख करेंग।'बेशरम' में पहली बार रणबीर कपूर एक्शन अवतार में दिखेंगे। एक्शन और कॉमेडी के ताने-बाने से बनी 'बेशरम' निर्देशक अभिनव कश्यप की दूसरी फिल्म है। इससे पहले वे दर्शकों को सफल एक्शन फिल्म 'दबंग' का उपहार दे चुके हैं। गौरतलब है कि 'बेशरम' के एक्शन दृश्यों में विश्वसनीय दिखने के लिए रणबीर ने शूटिंग से पूर्व अपने फिटनेस ट्रेनर प्रदीप भाटिया से विशेष प्रकार की टीआरएक्स सस्पेंशन ट्रेनिंग और वेट लिफ्टिंग की ट्रेनिंग ली।इस ट्रेनिंग के कारण ही  'बेशरम' के कई एक्शन दृश्यों में रणबीर स्वयं स्टंट करने में सक्षम हुए। जहाँ रोमांटिक छवि वाले रणबीर 'बेशरम' में पहली बार एक्शन हीरो के भूमिका में नजर आएंगे वहीं ' बॉस' में अक्षय कुमार का चिरपरिचित एक्शन अवतार नजर आयेगा। अक्षय के अनुसार, 'रॉउडी राठौर' के बाद 'बॉस' में मारधाड़ से भरपूर ऐसे कई दृश्य होंगे जो दर्शकों ने पहले कभी नहीं देखे होंगे।' एक्शन और कॉमेडी से लबरेज 'बॉस' की कहानी दिल्ली की पृष्ठभूमि पर आधारित अन्याय के खिलाफ लड़ने वाले एक जाबांज की कहानी है। एंथनी डी'सूजा निर्देशित 'बॉस' में   मिथुन चक्रवर्ती, अदिति राव हैदरी,शिव पंडित और डैनी डेंजोंगपा भी महत्वपूर्ण भूमिकाओं में हैं।

नवम्बर में एक्शन विधा की चार फिल्में हिंदी फिल्म प्रेमियों को लुभाएंगी। ये फिल्में हैं 'कृष 3', 'सिंह साहब द ग्रेट',बुलेट राजा' और रैम्बो राजकुमार'। 'कोई मिल गया' और ' कृष' की ही तरह 'कृष 3' में भी रितिक रोशन अपने सुपरहीरो अवतार में खतरनाक एक्शन करते नजर आएंगे। इस बार एक्शन दृश्यों में उनका साथ देने के लिए विवेक ओबेरॉय और कंगना रनोट भी मौजूद होंगे। रितिक कहते हैं ‘कृष 3 का एक्शन काफी अच्छा और दमदार है। इस फिल्म को बनाने का सफर अपने आप में काफी महत्वपूर्ण रहा है। 'कृष-3' के एक्शन दृश्यों से जुड़ी चुनौतियों के जरिये मैंने काफी कुछ सीखा है।' 'कृष 3' के बाद सनी देओल का एक्शन अंदाज दिखेगा ' सिंह साहब द ग्रेट' में।  निर्देशक अनिल शर्मा बताते हैं,' 'सिंह साहब द ग्रेट' में सनी देओल के जबरदस्त एक्शन दृश्य दर्शकों को देखने को मिलेंगे। फिल्म काफी अच्छी बनी है। इसके एक्शन और स्टंट दृश्य चौकाने  वाले हैं।' गौरतलब है कि अनिल शर्मा के निर्देशन में सनी  देओल ' गदर एक प्रेम कथा' और ' द हीरो लव स्टोरी ऑफ द स्पाइ' जैसी सफल एक्शन फिल्मों में अभिनय कर चुके हैं।

नवम्बर का आखिरी सप्ताह सिनेमाघरों का एक्शन सप्ताह होगा जब एक ही दिन दो बड़ी एक्शन फिल्में ' रैम्बो राजकुमार' और ' बुलेट राजा' प्रदर्शित होंगी। सोनाक्षी सिन्हा अभिनीत ये दोनों ही फिल्में एक्शन और रोमांच का ताना-बाना पेश करेंगी। तिग्मांशु धुलिया निर्देशित और सैफ अली खान की शीर्ष भूमिका वाली 'बुलेट राजा' का शीर्षक ही इसकी एक्शन प्रवृति का संकेत देता है। निर्माता राहुल मित्रा बताते हैं,' हमारी फिल्म 'बुलेट राजा' उत्तर प्रदेश के आज के हालात को पृष्ठभूमि में रखकर बनाई गई है। यह दो दोस्तों की कहानी है। यह ‘एक्शन’ से भरपूर मजेदार फिल्म है जिसमें उत्तर प्रदेश में ‘गुंडई के उभार’ को दिखाया गया है।' 'बुलेट राजा' के साथ प्रदर्शित हो रही शाहिद कपूर अभिनीत ' रैम्बो राजकुमार' में भी एक्शन का जबरदस्त छौंक लगाया गया है। प्रभुदेवा निर्देशित ' रैम्बो राजकुमार' में शाहिद कपूर पहली बार जबरदस्त एक्शन दृश्यों में दिखेंगे। निर्माता विक्की रजनी के अनुसार,'शाहिद बेहद डेडिकेटेड एक्टर हैं। उन्होंने रैम्बो राजकुमार के एक्शन सीन के लिए कड़ी ट्रेनिंग ली और फिर उसकी शूटिंग की। वे रैम्बो राजकुमार में खतरनाक और जबरदस्त स्टंट करते हुए दिखेंगे। एक सीन में तो वे चालीस लोगों के साथ अकेले भीड़ते हुए दिखेंगे।'

बहुप्रतीक्षित और बहुचर्चित फिल्म 'धूम 3' से इस वर्ष के फ़िल्मी फ्राइडे का  रोमांचक समापन होगा। यशराज फिल्म्स निर्मित ' धूम' संस्करण की इस तीसरी कड़ी में आमिर खान और कट्रीना कैफ का एक्शन अवतार आकर्षण का केंद्र होगा। जब से ' धूम 3 ' के निर्माण की प्रक्रिया शुरू हुई है तभी से इसके जबरदस्त एक्शन और स्टंट की खबरें सुर्ख़ियों में जगह पाती रही हैं। चर्चा है कि आमिर ने 'धूम-3' के ज्यादातर स्टंट में बॉडी डबल का सहारा नहीं लेकर खुद ही सारे स्टंट किए हैं। गौरतलब है कि 'धूम 3' में आमिर ऊंची बिल्डिंग और हेलीकॉप्टर से कूदते नजर आएंगे। आमिर के साथ कट्रीना कैफ भी 'धूम 3' के एक्शन दृश्यों में जोर अजमाइश करती हुई नजर आएंगी।' धूम' के पहले संस्करणों की तरह ही अभिषेक बच्चन और उदय चोपड़ा चोर बने आमिर और कट्रीना को पकड़ने के नए-नए फार्मूले ढूंढते हुए दिखेंगे। उम्मीद है कि चोर-पुलिस के खेल के इस 'धूम' अंदाज से एक बार फिर सिल्वर स्क्रीन पर एक्शन और रोमाच का जादूई समां बंधे और भारतीय सिनेमा के इस शताब्दी वर्ष का अंत धमाकेदार,रोमांचक और मनोरंजक  हो।
-सौम्या अपराजिता