Friday, July 29, 2011

पुरूषों की दुनिया में अकेली...मगर.....

-सौम्या अपराजिता
वह व्यावहारिक, समझदार और संवेदनशील है। आधुनिक व स्वावलंबी होने के बावजूद वह परंपरा और संस्कारों से दूर नहीं। यह है सोनी एंटरटेनमेंट चैनल के लोकप्रिय धारावाहिक सास बिना ससुराल की नायिका तान्या उर्फ टोस्टी जिसने पुरुषों की दुनिया में अपना अस्तित्व बरकरार रखा है। सास बिना ससुराल के निर्माता विपुल शाह और लेखक राजेश सोनी भी यही चाहते थे कि उनके धारावाहिक की नायिका साधारण होते हुए भी असाधारण हो। वह पुरुषों को बता सके कि स्त्री के बिना उनकी दुनिया अधूरी है।
आधुनिक परिवेश की प्रतिनिधि
टोस्टी के कैरेक्टर का कांसेप्ट निर्माता विपुल शाह को सूझा। उन्होंने ऐसी लड़की की कल्पना की, जो मौजूदा दौर की युवतियों का प्रतिनिधित्व कर सके। विपुल की कल्पना को पन्ने पर उतारा लेखक राजेश सोनी ने। राजेश बताते हैं, ''विपुल जी ने मुझे टोस्टी के कैरेक्टर के बारे में बताया था कि वह आज के जमाने की लड़की है, जो सीधी-सादी, संस्कारी, समझदार व आजाद है।'' रोचक है कि जब राजेश पन्ने पर टोस्टी के कैरेक्टर को उतारते हैं, तो उनके मस्तिष्क में उनकी पत्नी का व्यक्तित्व आता है। वे कहते हैं, ''टोस्टी का कैरेक्टर काफी हद तक मेरी पत्नी के करीब है। लिखते समय मैं उसकी विशेषताओं से प्रेरित होता हूं। टोस्टी और उसके पति तेज के बीच के रोमांटिक दृश्यों में मेरे निजी जीवन की झलक है। तेज का कैरेक्टर मुझसे निकला है, तो टोस्टी के कैरेक्टर में मुझे मेरी पत्नी दिखती है।''
समझदार और व्यावहारिक
टोस्टी छोटे पर्दे की पारंपरिक नायिका नहीं है। यही टोस्टी के कैरेक्टर की विशेषता है। राजेश कहते हैं, ''छोटे पर्दे की आम नायिकाएं रोती रहती हैं। उन पर जुल्म होते रहते हैं। वे या तो जुल्मों को सहकर आंसू बहाती रहती हैं या अचानक चंडिका बनकर मैदान में कूद पड़ती हैं और कहती हैं कि मैं सबको सबक सिखा दूंगी। टोस्टी वैसी नहीं है। टोस्टी हमेशा सूझ-बूझ से काम लेती है। वह बीच का रास्ता निकालती है। उसको पता है कि अगर कोई सवाल है, तो उसका जवाब भी होगा। वह जवाब ढूंढने की कोशिश करती है।'' राजेश कहते हैं, ''टोस्टी की कुछ बातें ऐसी हैं, जो आम दर्शक रियल लाइफ में करना चाहते हैं, पर कर नहीं पाते हैं। जब टोस्टी के जरिए लोग अपना सपना सच होते हुए देखते हैं, तो वे टोस्टी के साथ जुड़ते जाते हैं।''
पुरुषों के बीच अकेली
टोस्टी के ससुराल में कोई महिला नहीं है। वह सात पुरुषों के बीच अकेली महिला है। तीन पीढ़ी के पुरुष सदस्यों की जरूरतों, उनकी हर सुविधा का ख्याल रखने के क्रम में टोस्टी को कई बार पुरुष के अहंकार का शिकार होना पड़ता है। जब वह बिना सास वाले ससुराल में ब्याह कर आई थी, तो उसे लगा था कि अपने स्नेह और प्यार से वह सबको बदल देगी, पर ऐसा हो नहीं पाया। अब टोस्टी उन्हें बदलने के लिए कुछ नया सोच रही है। राजेश जानकारी देते हैं, ''टोस्टी स्कूल में पढ़ाती थी। वह जब शादी करके ससुराल आई तो उसने सोचा कि वह सबकुछ बदल देगी, पर धीरे-धीरे समझ गई कि उसके घर वाले नहीं सुधरने वाले। अब उसने अपने अंदर के टीचर को यूज करना शुरू कर दिया है। अगर बच्चे प्यार से नहीं मानते तो उन्हें तरकीब से मनाना चाहिए। ..तो अब टोस्टी भी अपनी तरकीबों से ससुराल के पुरुषों की गाड़ी को पटरी पर लाएगी। किसी की प्रकृति पूरी तरह बदलना तो संभव नहीं है। सुधार लाना जरूर संभव है। टोस्टी वही करना चाहती है और वह ऐसा करेगी।'' टोस्टी का कैरेक्टर पुरुषों की दुनिया में स्त्री की आवश्यकता को स्थापित करता है। राजेश सोनी अपनी राय रखते हुए कहते हैं, ''पुरुष जानते हैं कि वे स्त्रियों के बिना अधूरे हैं, पर एक्सेप्ट नहीं कर पाते हैं। इसलिए वो ओवरपॉवर करने की कोशिश करते हैं। उनके मुंह से हमेशा स्त्रियों के लिए हुक्म निकलता है। टोस्टी के कैरेक्टर के माध्यम से हम पुरुषों को बताना चाहते हैं कि वे अपने घर की स्त्रियों के महत्व को समझें। उन्हें सम्मान दें!''
फास्ट फैक्ट
* सास बिना ससुराल के लेखन में राजेश सोनी के सहयोगी हैं जामा हबीब और मुनीषा राजपाल।
* सास बिना ससुराल की नायिका का मूल नाम तान्या है। चूंकि, वह बचपन में बेहद टोस्ट खाती थी इसलिए उसका नाम टोस्टी पड़ गया।
* टोस्टी के परिवार में सात पुरुष सदस्य हैं, जिसमें उसका पति तेज, उसके चार भाई पशुपति, वेदप्रताप, प्राचीन, ज्ञान, पिता छेदीलाल चतुर्वेदी और दादा आनंदीलाल चतुर्वेदी हैं।
* टोस्टी की भूमिका निभा रही ऐश्वर्या सखूजा मिस इंडिया की प्रतियोगी रह चुकी हैं। उन्होंने कई टेलीविजन कार्यक्रमों का संचालन किया है।
ऐसा ही होगा मेरा रवैया -ऐश्वर्या सखूजा
टोस्टी की भूमिका के लिए मेरे पास जब कॉल आयी, तो मैंने सोचा कि यह अच्छा मौका है। आखिर, मेरी एक्टिंग की चाहत पूरी होने का एक मौका जो मिल गया था। कई ऑडिशन के बाद टोस्टी की भूमिका के लिए मुझे चुन लिया गया। टोस्टी का कैरेक्टर बेहद इंटरेस्टिंग है। उसकी शादी ऐसे परिवार में हुई है, जहां कोई औरत नहीं है। वह बेहद ऑप्टिमिस्टिक लड़की है। उसे लगता है कि प्यार से सबकुछ जीता जा सकता है। वह बहुत इमोशनल भी है। मैं सोचती हूं कि टोस्टी के साथ जैसा हुआ है, वैसा मेरे साथ नहीं हो। मैं चाहती हूं कि शादी के बाद मेरी फैमिली कंप्लीट हो। ।फिर भी, अगर मेरा सामना वैसी परिस्थिति से होता है, जैसी परिस्थिति से टोस्टी जूझ रही है, तो मेरा रवैया भी टोस्टी की तरह ही होगा। अपने घर वालों के साथ प्यार और समझदारी से पेश आऊंगी और उनका दिल जीतने की कोशिश करूंगी।

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