Wednesday, October 15, 2008

हर इनसान अपने आप में हीरो है: रिया सेन

-सौम्या अपराजिता
आकर्षक व्यक्तित्व और विरासत में मिली अभिनय-प्रतिभा के बावजूद, रिया सेन आज भी हिंदी फिल्मों में अपने पांव माने के लिए संघर्ष कर रही हैं। वे ग्लैमर गर्ल वाली अपनी छवि से बाहर नहीं आ पाई हैं। दरअसल, उनकी ग्लैमरस छवि के कारण ही निर्माता-निर्देशक उन्हें किसी चुनौतीपूर्ण भूमिका के लिए उपयुक्त नहीं समझते! कमसिन रिया फिर भी खुश हैं और छोटी-छोटी भूमिकाओं में ही दर्शकों, खासकर युवा प्रशंसकों को आकर्षित करने का प्रयास कर रही हैं। जल्द ही वे हिंदी फिल्मों के कई जगमगाते सितारों से सजी फिल्म हीरोज में दर्शकों से रूबरू होंगी। बातचीत रिया सेन से..
इन दिनों काफी व्यस्त हैं आप?
हां, बहुत ट्रैवॅल कर रही हूं। कई फिल्मों की शूटिंग भी चल रही है। दिन-भर भागते-दौड़ते समय बीत जाता है। थक जाती हूं। हालांकि रात में घर जाने के बाद राहत मिल जाती है। खैर, यह सब तो चलता रहता है करियर में।
हीरोज में विशेष क्या है और यह किस तरह की फिल्म है?
जैसा कि नाम से ही लगता है कि यह फिल्म हमारे अंदर छिपे एक हीरो की कहानी है। दरअसल, हर इनसान अपने-आप में एक हीरो है। हर व्यक्तिकेअंदर कुछ अच्छे गुण होते हैं, लेकिन उन्हें जानने में समय लग जाता है। एक सच यह भी है कि हमें पता नहीं रहता कि हम किस तरह अपनी अच्छाइयों से दुनिया में परिवर्तन ला सकते हैं? जैसा कि महात्मा गांधी ने कहा था कि अगर आप दुनिया में परिवर्तन लाना चाहते हैं, तो सबसे पहले स्वयं को इसके लिए तैयार करना पड़ेगा और पहला प्रयास भी आपको ही करना पड़ेगा। हीरोज में यही बताने की कोशिश की गई है। हीरोज दो लड़कों की कहानी है, जिसकी भूमिका सोहेल खान और वत्सल सेठ निभा रहे हैं। इन दोनों लड़कों के लिए लाइफ फन है। दरअसल, जब वे एक जर्नी पर जाते हैं, तब उन्हें पता चलता है कि लाइफ केवल फन नहीं है। उन्हें अहसास होता है कि हमें अपने देश की भलाई और देशवासियों के बीच भाईचारा बनाए रखने के लिए भी कुछ करना चाहिए।
हीरोज में आप क्या कर रही हैं?
मैं शिवानी की भूमिका निभा रही हूं, जो कॉलेज गोइंग गर्ल है। वह काफी मैच्योर है, ग्राउंडेड है। वह वत्सल द्वारा निभाए जा रहे कैरेक्टर अली से प्यार करती है। हालांकि शिवानी को पता है कि अली उससे प्यार नहीं करता है, फिर भी उस पर इसका कोई असर नहीं होता है। जब अली अपने दोस्त के साथ एक जर्नी पर जाता है, तब उसे शिवानी के प्यार का अहसास होता है।
हीरोज में आप पर फिल्माए गए गीत की काफी चर्चा है। उसके बारे में कुछ बताना चाहेंगी?
बिल्कुल, बहुत मजेदार और कैची है वह गाना। इस गाने का फिल्मांकन मेरे, सोहेल और वत्सल पर हुआ है। मैं जिस कैरेक्टर को प्ले कर रही हूं, उसका बर्थडे है। उस पार्टी में सोहेल और वत्सल स्ट्रिप्टिज डांस कर रहे हैं। यह गाना बेहद कॉमिकल अंदाज में फिल्माया गया है। मुझे लगता है कियह गाना भी हीरोज की यूएसपी है।
समीर कार्णिक के निर्देशन में अभिनय करने का अनुभव कैसा रहा?
समीर न केवल बेहद चिल्ड-आउट पर्सन हैं, बल्कि वे वर्क ओरिएंटेड भी हैं। वे जानते हैं कि अपनी फिल्म के लिए उन्हें क्या चाहिए? मैं समझती हूं कि जब डायरेक्टर को पता होता है कि वह क्या चाहता है, तब ऐक्टर की चिंता थोड़ी कम हो जाती है। ऐक्टर इनसिक्योर फील नहीं करते कि फिल्म कैसी बनेगी! समीर के साथ काम करने में हम सभी कलाकार इसीलिए कम्फर्टेबल थे।
हीरोज में सितारों की बारात है। ऐसे में आप स्वयं को कहां पाती हैं?
फिल्म के हर कैरेक्टर में कुछ खास है, जो दर्शकों को फिल्म देखने के बाद ही पता चलेगा। वैसे, मल्टीस्टारर फिल्मों में अभिनय करना मुझे अच्छा लगता है। बड़े स्टारकास्ट के साथ शूटिंग करने का अपना एक अलग मजा होता है। किसी फिल्म में सेकॅन्ड लीड करने से तो अच्छा है किसी मल्टीस्टारर फिल्म में रोचक भूमिका निभाऊं!
हीरोज के बाद और किन फिल्मों में दर्शक आपको देखेंगे?
मुक्ता आ‌र्ट्स की पेईग गेस्ट आएगी, जिसमें मैं हीरोज के बाद वत्सल के साथ एक बार फिर नजर आऊंगी। इसमें मैं क्राई बेबी बनी हूं, जो ओवर इमोशनल और ओवर सेंसिबल है। मेरा कैरेक्टर पूरी तरह इरिट्रेटिंग है। यह फिल्म पूरी हो चुकी है। इसके बाद आएगी क्या फूल हैं हम। इस कॉमेडी फिल्म का निर्देशन कर रहे हैं अजय चंडोक। इसमें गोविंदा भी हैं। इसके अलावा, एक और हिंदी फिल्म है तारा-सितारा, जो जनवरी में रिलीज होगी। इस फिल्म के एक-दो गानों की शूटिंग अभी बाकी है।
क्या आप बांग्ला फिल्में भी कर रही हैं?
हां, मेरी पहली बांग्ला फिल्म जल्द ही रिलीज होगी। उसका नाम है आबोहोमान। इसका निर्देशन रितुपर्णो घोष ने किया है। रितु दा के साथ मैं अपनी दूसरी बांग्ला फिल्म नौका डूबी भी करने वाली हूं। इसमें मैं और राइमा दोनों हैं। अभी नौका डूबी की शूटिंग शुरू नहीं हुई है।

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